नई दिल्ली। डाक विभाग ने अरुणाचल प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों में चिट्ठी पहुंचाने के लिए ड्रोन का उपयोग करने की दिशा में एक नई परियोजना शुरू की है। इस पहल का उद्देश्य ‘प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट’ (पीओसी) के माध्यम से ड्रोन के जरिए चिट्ठी और सामान पहुंचाने की व्यावहारिकता की जांच करना है।
डाक विभाग ने मंगलवार यानी 21 अक्टूबर को इस संबंध में एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया है कि यदि यह प्रयोग सफल होता है, तो इसे अन्य कठिन और पहाड़ी क्षेत्रों में भी लागू किया जाएगा। इस पहल के लिए स्काई एयर मोबिलिटी के साथ एक समझौता किया गया है।
21 अक्टूबर, 2024 को अरुणाचल प्रदेश के नामसाई और लोहित जिले में स्थित चौखम डाकघर और वाकरो ब्रांच डाकघर के बीच ड्रोन के माध्यम से चिट्ठी पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू की गई। इस मौके पर, चौखम डाकघर से एक ड्रोन सुबह 10ः40 बजे उड़ान भरा और वाकरो ब्रांच डाकघर पर 11ः02 बजे पहुंचा। वापसी यात्रा में, ड्रोन वाकरो ब्रांच डाकघर से सुबह 11ः44 बजे निकला और 12ः08 बजे चौखम डाकघर वापस आया। यह दूरी लगभग 45 किलोमीटर है।
अभी तक, पहाड़ी क्षेत्रों में चिट्ठी पहुंचाने का समय लगभग 2 से 2.5 घंटे था, क्योंकि चिट्ठियां राज्य परिवहन सेवाओं की बसों के माध्यम से भेजी जाती थीं। लेकिन ड्रोन के उपयोग से यह समय घटकर केवल 22 से 24 मिनट रह गया है। इस तेजी से वितरण प्रणाली से ग्रामीण इलाकों में संचार में सुधार होगा और समय की बचत होगी।
डाक विभाग ने स्पष्ट किया है कि यदि इस परियोजना का संचालन सफल रहता है, तो वे अन्य कठिन भौगोलिक क्षेत्रों में भी ड्रोन के माध्यम से चिट्ठी और पार्सल पहुंचाने के लिए इस तकनीक का विस्तार करेंगे। यह कदम न केवल डाक सेवा की दक्षता बढ़ाएगा, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल विकल्प के रूप में भी सामने आएगा।