नई दिल्ली। UGC ने एमफिल कोर्स के बारे में साफ करते हुए कहा कि एमफिल कोर्स एक गैर मान्यता प्राप्त डिग्री कोर्स है। जिसकी मान्यता यूजीसी ने रद्द कर दी है। आयोग ने छात्रों को आगाह किया है और कहा है कि किसी भी छात्र को एमफिल कोर्स में एडमिशन नहीं लेना चाहिये।
यूजीसी ने कहा कि सूचना जारी करने के बाद भी देश के कुछ विश्वविद्यालयों में एमफिल कोर्स में एडमिशन दिये जा रहे हैं, जो कि गैर मान्यता प्राप्त डिग्री है।
यूजीसी के सचिव मनीष जोशी ने एमफिल कोर्स को गैर मान्यता प्राप्त बताते हुए कहा कि यूजीसी (पीएचडी डिग्री प्रदान करने के लिए न्यूनतम मानक और प्रक्रियाएं) विनियम, 2022 के विनियमन संख्या 14 में स्पष्ट रूप से आदेश जारी किया जा चुका है कि देश के किसी भी उच्च शिक्षण संस्थान में एमफिल कोर्स में एडमिशन प्रक्रिया शुरु नहीं होगी।
पीएचडी के लिए एमफिल की अनिवार्यता समाप्त
यूजीसी ने पीएचडी में एडमिशन के लिए एमफिल की अनिवार्यता समाप्त कर दिया है। अब छात्र बिना एमफिल डिग्री के पीएचडी में एडमिशन ले सकते हैं। यूजीसी ने विश्वविद्यालयों से नए सत्र में एमफिल में एडमिशन रोकने के लिए तत्काल अपील की है। साथ ही छात्रों को भी सूचित किया है कि किसी भी विश्वविद्यालय में एमफिल कोर्स में एडमिशन नहीं लें। एमफिल कोर्स की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया है। छात्रों को कहीं भी किसी भी नौकरी या अन्य शैक्षणिक या गैर शैक्षणिक कार्यों में एमफिल डिग्री की मांग नहीं की जाएगी।