नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और आसपास के इलाकों में हुई हिंसा में इलाके के कई हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया था और इनमें तोड़फोड़ हुई थी। भाजपा ने इन दंगों में क्षतिग्रस्त हुए हिंदू मंदिरों के निर्माण का निर्णय लिया है। यह कार्य अक्षय तृतीया (30 अप्रैल) की शुभ तिथि से शुरू होगा।
पश्चिम बंगाल में लगभग साल भर बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं। भाजपा नेताओं का आरोप रहा है कि ममता बनर्जी सरकार एक वर्ग विशेष का वोट हासिल करने के लिए उनकी आपराधिक गतिविधियों पर चुप्पी साधे रखती हैं जिससे उन्हें बढ़ावा मिलता है। मुर्शिदाबाद के दंगों में बांग्लादेश से आए मुसलमानों का हाथ पाया गया था। राज्य सरकार ने दंगों के कई आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था, लेकिन भाजपा का आरोप है कि दंगों के सभी आरोपियों को अब तक नहीं पकड़ा जा सका है।
भाजपा द्वारा मंदिरों के निर्माण कार्य को भी राजनीतिक कदम माना जा रहा है। तृणमूल कांग्रेस नेताओं ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वह राज्य में सांप्रदायिक हिंसा को तनाव को बढ़ावा देकर अपनी राजनीतिक जमीन तैयार करना चाहती है। भाजपा द्वारा मंदिरों के निर्माण कार्य को भी उसकी इसी रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है।
भाजपा नेता और पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार की नाकामी के कारण आपराधिक तत्वों ने मंदिरों को नुकसान पहुंचाया है। ऐसा करके वे हिंदू समुदाय को डराना और धमकाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की साजिश को पूरा नहीं होने दिया जाएगा और भाजपा इन मंदिरों को उनकी पुरानी स्थिति में बहाल करेगी। उन्होंने कहा कि यह पूरा काम हिंदू समाज के खर्च पर किया जाएगा।