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दिल्ली-एनसीआर

सेंधमारी कर मकान में आग लगाकर सबूत मिटाने वाला सेंधमार गिरफ्तार, शरीर में डेंजर, दरिंदा और महाकाल नाम का गुदवा रखा है टैटू

नई दिल्ली। सेंधमारी के बाद घरों में आग लगाकर सबूत मिटाने वाले सेंधमार को आरके पुरम थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मूलतः बुलंदशहर का रहने वाले बदमाश पर 80 से अधिक मामले दर्ज हैं। एक पखवाड़ा पहले ही बदमाश जेल से बाहर निकला था और आधा दर्जन से अधिक वारदात को अंजाम दे चुका है। आरोपी की पहचान संजय शर्मा के रूप में हुई है। वह मूलतः बुलंदशहर के पिलंजी टाउन सियाना गांव का रहने वाला है।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से वसंत विहार सब-डिवीजन में सेंधमारी, झपटमारी और चोरी की कई घटनाएं सामने आई थी। आरके पुरम के थाना प्रभारी रविंद्र कुमार त्यागी के नेतृत्व में पुलिस टीम गश्त के साथ-साथ बैरिकेडिंग लगाकर जांच पड़ताल शुरू की। 25 नवंबर को पुलिस टीम को एक बदमाश के बाइक से इलाके में आने की जानकारी मिली।

पुलिस टीम ने सेक्टर-1 आरके पुरम के पास बैरिकेडिंग लगाकर वाहनों की जांच शुरू कर दी। पुलिस टीम ने एक संदिग्ध बाइक सवार को रुकने के लिए कहा लेकिन वह भागने की कोशिश करने लगा। हवलदार अशोक कुमार और सिपाही जसवीर ने थोड़ी मशक्कत के बाद बदमाश को पकड़ लिया। उसके पास एक बैग मिला। तलाशी लेने पर चाकू, आयरन पंच, एयर पिस्टल, एक पैकेट लाल मिर्च पाउडर बरामद हुआ। बदमाश की पहचान संजय शर्मा उर्फ दरिंदा उर्फ महाकाल उर्फ संजू उर्फ सतीश के रूप में हुई। जांच में पता चला कि बदमाश पर दिल्ली के विभिन्न पुलिस थानों में 80 से अधिक मामले दर्ज हैं।

0 10 साल में पहली वारदात को दिया था अंजाम
पुलिस अधिकारी ने बताया कि 10 साल की उम्र में ही संजय ने पहली बार आपराधिक वारदात को अंजाम दिया था। वह पांचवीं कक्षा तक पढ़ा है। उसके माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है। किशोर रहते पुलिस उसे कई बार पकड़ चुकी है लेकिन वह बाल सुधार गृह से भाग जाता था। वह सात साल में पांच से अधिक बार बाल सुधार गृह से भाग चुका है। उसने किशोरावस्था में कई तरह के अपराध को अंजाम दिया।

0 शरीर पर गुदवा रखे हैं तीन टैटू
पुलिस अधिकारी ने बताया कि बदमाश ने अपने शरीर पर तीन टैटू बनवा रखे हैं। उसने अपने शरीर पर डेंजर, दरिंदा और महाकाल नाम का टैटू बना रखा है। किशोर अवस्था में उसने नाबालिगों का एक गैंग बनाया। उसने अपने गैंग का नाम बर्गल-एंड-बर्न गैंग रखा। गैंग के बदमाश घरों में लूटपाट करते थे और सबूत मिटाने के लिए घरों में आग लगा देते थे। वह 20 सेंधमारी और घर जलाने के मामले में भी शामिल रहा है। पुलिस ने बताया कि बदमाश ज्यादातर समय जेल में रहा है। छह नवंबर को वह जेल से निकला था। उसके बाद से उसने वसंत विहार, सरोजनी नगर और आरके पुरम में सेंधमारी और वाहन चोरी की वारदात को अंजाम दिया।