कानपुर। नौबस्ता के कृष्णविहार से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। यहां एक सूने मकान में चोरी करने घुसे तीन चोर में से दो चोर नगदी व जेवरात सहित करीब डेढ़ लाख का माल पार कर फरार हो गए वहीं उनका एक साथ अधिक नशा में होने से भाग नहीं सका और वहीं कमरे में सो गया। दूसरे दिन सुबह मकान मालिक घर पहुंचा तो देखा कि एक व्यक्ति अर्धनग्न अवस्था में उनके घर के एक कमरे में सोया हुआ है। जब मकान मालिक ने उसे जगाया तो मकान मालिक से ही भिड़ गया कहने लगा… तू कौन, मेरे घर में कैसे घुस आया। इस पर मालिक का दिमाग खराब हो गया। उसने उसके गाल पर दो थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद क्या था चोर का नशा फट गया। शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल गल्ले का व्यापार करने वाले इंद्रकुमार तिवारी की शिक्षामित्र पत्नी मनीषा को मुंह का कैंसर था। सोमवार को उनका देहांत हो गया। शव का अंतिम संस्कार करने के बाद इंद्रकुमार दो बेटियों सोनी व मोनी के साथ घर पर ताला लगाकर पैतृक गांव पतारा तिलसड़ा चले गए थे।
बुधवार देर रात तीन चोर चोरी की नीयत से उनके घर का ताला तोड़कर अंदर घुसे। दो चोर करीब डेढ़ लाख के गहने व नकदी लेकर फरार हो गए, लेकिन तीसरा चोर दयालपुरम निवासी दीपक शुक्ला अधिक नशे में होने के कारण वह भाग न सका और साथी उसे छोड़कर फरार हो गए। दीपक शुक्ला घर में ही आधे कपड़े उतारकर सो गया।
सुबह करीब नौ बजे पीछे वाली गली में रहने वालीं इंद्रकुमार की साली निशा का बेटा रामजी पौधों को पानी देने पहुंचा तो ताला खुला देखा। अंदर से बंद गेट न खुलने पर वह दीवार फांदकर अंदर पहुंचा तो किचन में चोर सोता मिला। रामजी ने जब उसे जगाया तो वह रामजी से बोला तू कौन… मेरे घर में कैसे घुस आया। इस पर रामजी का दिमाग खराब हो गया, उसने उसके गाल पर दो तमाचा जड़ दिया। नशा फटते ही भाई अखिलेश को फोन कर बुलाने की मिन्नतें करने लगा। इस बीच लोगों ने पुलिस को फोन कर दिया जो उसे अपने साथ पुलिस चौकी ले गए।
0 फरार दूसरा चोर पकड़ाया, तीसरे की तलाश जारी
चोरी की रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस ने पूछताछ के बाद दूसरे चोर हनुमंत विहार निवासी उत्कर्ष उर्फ सोनू पांडेय को भी गिरफ्तार कर लिया। तीसरे चोर सुनीत तिवारी की तलाश की जा रही है। नौबस्ता थाना प्रभारी के अनुसार तीनों नशेबाज हैं। दीपक के अधिक नशे में होने के कारण दोनों उसे वहीं छोड़कर चले गए थे।
0 भाई ने कहा- जेल भेज दो
चोर के कहने पर उसके भाई अखिलेश को फोन कराया गया। उसने पुलिस को बताया कि वह व्यर्थ में इधर-उधर घूमता रहता है। पूर्व में भी कई बार चोरी करते पकड़ा जा चुका है। अब उसे वह नहीं छुड़वाएगा, उसे जेल भेज दो कहते हुए फोन काट दिया।