नई दिल्ली। जालोर के सरकारी आयुर्वेद हॉस्पिटल में काम करने वाले डॉक्टर की जिंदा जलकर मौत हो गई। वे यहां हॉस्पिटल परिसर में ही बने कमरे में बेटे और पत्नी के साथ रहते थे। परिवार में किसी की शादी थी, इसलिए परिवार के लोग जयपुर गए थे। किसी कारणवश घर में आग लगी। घुटनों में दर्द के कारण वे बिस्तर से उठ नहीं पाए और आग की चपेट में आ गए।
माना जा रहा है कि हादसा स्मोकिंग के कारण हुआ है। डॉक्टर के घुटने में दर्द की शिकायत थी। आग लगने के बाद वह घुटने के दर्द की वजह से उठ नहीं पाए और आग में जिंदा जल गए।
4 साल से कर रहे थे काम
मामला जालोर के बिशनगढ़ थाना इलाके का है। डॉक्टर जयपुर के रहने वाले थे। उनकी पहचान मुरारीलाल मीणा के रूप में हुई है। वह पिछले 4 साल से अस्पताल में कार्यरत थे। डॉक्टर का परिवार भी इसी घर में रहता था।
जयपुर में किसी की शादी होने के कारण उनकी पत्नी और बेटा वहां गए थे। डॉक्टर मुरारीलाल मीणा इन दिनों अकेले रह रहे थे। रविवार को भी वे अकेले ही घर पर थे। अचानक कमरे में आग लगी, तो उस वक्त वह बिस्तर पर लेटे हुए थे।
पुलिस ने किया मौके का मुआयना
मकान अस्पताल के कैंपस में ही बना हुआ था। आग लगने के बाद जब धुआं उठा, तब आस-पास के लोगों ने उम्मेदाबाद चौकी में सूचना दी। मौके पर पहुंचे डीएसपी गौतम जैन व बिशनगढ़ थाना अधिकारी निंबाराम ने हालात का मुआयना किया। आशंका जताई जा रही है कि स्मोकिंग के कारण घर में आग लगी। इस दौरान डॉक्टर कमरे में सो रहे थे। घटना कब हुई , इसकी जानकारी नहीं है। सोमवार को सुबह घर से धुआं उठता देख लोगों को इसका पता चला। जिस घर में घटना हुई है, उसमें पिछले एक साल से बिजली कनेक्शन कटा हुआ था।