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महिलाओं के लिए पढ़ाई के बाद शादी नहीं नौकरी महत्वपूर्ण, यूनिसेफ की रिपोर्ट में दावा

नईदिल्ली। महिलाओं के लिए पढ़ाई के बाद शादी नहीं, नौकरी महत्वपूर्ण है। यह बात यूनिसेफ के एक सर्वे में सामने आई। कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी के प्रति युवाओं के दृष्टिकोण को समझने के लिए हाल ही में यह सर्वे किया गया था। यूनिसेफ के युवा मंच युवाह और यू-रिपोर्ट द्वारा आयोजित इस सर्वे में पूरे भारत में 18-29 आयु वर्ग के 24,000 से अधिक युवाओं की राय जानी गई। सर्वे में श्रम बल और गैर-पारंपरिक नौकरियों में युवा महिलाओं की भागीदारी को प्रभावित करने वाले कारक के नतीजों के मुताबिक, लगभग 75 प्रतिशत युवक और युवतियों का मानना है कि पढ़ाई के बाद रोजगार हासिल करना महिलाओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण है।

इस सर्वे को लेकर श्रम और रोजगार मंत्रालय की सचिव आरती आहूजा ने कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी का समर्थन करने के लिए सहयोगात्मक प्रयासों पर बल दिया। उन्होंने कहा, हमें सभी स्तरों पर महिला कार्यबल की भागीदारी बढ़ानी चाहिए, क्योंकि हम 2047 तक दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाएं बनने की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए अनुकूल ईकोसिस्टम बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। यूनिसेफ इंडिया में युवाह की प्रमुख धुवाराखा श्रीराम ने लैंगिक समानता को बढ़ावा देने और युवा महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए सामूहिक रूप में कार्रवाई करने पर बल दिया। उन्होंने सक्षम नारी का सफर अभियान शुरू करने की घोषणा की, जिसका उद्देश्य अवसरों तक पहुंच का विस्तार करना और एक ऐसे समाज का निर्माण करना है, जहां महिलाएं न केवल भागीदार हों बल्कि अग्रणी हों।