दुर्ग। संपत्ति के लालच में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के आईजी द्वारा अपने ही भतीजी को बंधक बनाकर उसे मानसिक रूप से परेशान किए जाने का मामला सामने आया है। 22 वर्ष की उनकी भतीजी ने अपनी मौसी को एक खत लिखा था जिसके बाद मामला सामने आया। मामला सीआईएसएफ कालोनी उतई का है।
लड़की ने अपनी मौसी को चोरी से एक लेटर लिखा कि वह अगर उसे नहीं ले जाएंगे तो वह खुदकुशी कर लेगी। 6 पन्नों के सुसाइड नोट मिलने के बाद बच्ची की मौसी अनीता शर्मा सकते में आ गई। उन्होंने महिला विकास मंच बिहार के पटना में इसकी शिकायत की। इसके बाद वहां से मंच की राष्ट्रीय संरक्षक वीना मानवी अपनी टीम के साथ शनिवार को दुर्ग पहुंची और दुर्ग एसपी से शिकायत की। शिकायत के बाद पुलिस भी मामले की गंभीरता को लेकर एक्शन में आई। एसपी ने उतई पुलिस को वीना मानवी के साथ भेजा और लड़की का रेस्क्यू करा लिया।
दरअसल बच्ची के माता पिता की मौत हो चुकी है। जिसके बाद से वह अपने चाचा यानी आईजी संजय प्रकाश के यहां पिछले एक साल से रह रही थी। पिछले कुछ महीनों से बच्ची अपनी मौसी अनीता शर्मा को सोशल मीडिया के माध्यम से मैसेज कर रही थी कि उसके चाचा उसे कहीं भी बाहर निकलने नहीं दे रहे हैं। हर समय उस पर निगरानी रखी जाती है। उसे इस बंधन से यदि जल्द नहीं छुड़ाया गया तो वह आत्महत्या कर लेगी।
उतई थाना प्रभारी मनोज प्रजापति ने बताया कि बच्चे की मौसी महिला बाल विकास मंच के साथ आई हुई थी। उतई पुलिस उनके साथ गई और बच्ची का रेस्क्यू कराया। युवती को पहले महिला सखी सेंटर दुर्ग में भेजा जाएगा, इसके बाद उसे उसकी मौसी के हवाले किया जाएगा।
राष्ट्रीय संरक्षक महिला बाल विकास मंच की वीना मानवी ने बताया कि बच्ची के नाम पर बिहार में 380 बीघा जमीन थी। इसमें से उसके बड़े पिता संजय प्रकाश ने 180 बीघा जमीन को बच्ची के हस्ताक्षर से बिकवा दिया और पूरा पैसा हजम कर गए। हाल ही में उन्होंने सवा पांच लाख रुपए का चेक बच्ची से साइन करवाया और यह कहा कि उन्होंने उसके पिता के इलाज में यह पैसे खर्च किए थे। इसलिए ले रहे हैं। बच्ची को लाते समय टीम ने संजय प्रकाश से बच्ची के लॉकर की चाबी, बैंक पासबुक, चेक बुक, कपड़े, गहने समेत अन्य सामान लेकर उसके मौसी को सौंप दिया। फिलहाल मामले में बच्ची को सखी सेंटर बयान के लिए भिजवाया गया है और बच्ची की मौसी अब उसे अपने घर में ले जाने की तैयारी कर रही है।