निर्माता-निर्देशक अनुराग कश्यप ने 12वीं फेल के लिए विधु विनोद चोपड़ा की खूब तारीफ की है। अनुराग ने विधु विनोद की प्रशंसा करते हुए एक लंबा-चौड़ा नोट लिखा है। इसमें उन्होंने रियल लाइफ आईपीएस अधिकारी मनोज कुमार शर्मा से अपनी मुलाकात को भी याद किया, जिनके ऊपर फिल्म की कहानी आधारित है। अनुराग ने कहा कि वे उनकी कहानी की कल्पना करने में असमर्थ थे, जिसे फिल्म में दिखाया गया है। बता दें विक्रांत मैसी स्टारर 12वीं फेल अपनी रिलीज के ढाई माह बाद भी सुर्खियों में है। फिल्म का निर्देशन विधु विनोद चोपड़ा ने किया है।
अनुराग ने आगे लिखा, यह मुख्यधारा की सर्वश्रेष्ठ फिल्म है, जो मैंने साल 2023 में देखी। विधु विनोद चोपड़ा ने 71 साल की उम्र में एक जिद्दी आदमी की साधारण कहानी पर एक मास्टर पीस तैयार किया है, फिल्म के मुख्य किरदार को जीवन में जो कुछ मिला वे उससे कहीं अधिक चाहता है। वे जो चाहता है उसे हासिल भी कर लेता है। फिल्म के बारे में जिस बात ने मुझे आश्चर्यचकित किया वह यह कि कैसे विधु विनोद चोपड़ा ने मुख्यधारा की सभी परंपराओं को तोड़ते हुए दृश्यों को सरल लंबे शॉट्स में फिल्माया।
अनुराग ने फिल्म की सिनेमैटोग्राफी की भी तारीफ की, उन्होंने यह भी बताया कि इसकी सिनेमैटोग्राफी में उनसे सबसे ज्यादा क्या पसंद आया। उन्होंने फिल्म के कुछ खास दृश्यों का जिक्र करते हुए कहा, ‘मुखर्जी नगर में भीड़ का एक सीन है, जहां लगता है कि जैसे कैमरा माहौल को परेशान किए बिना कहानी को देख रहा हो। ऐसा महसूस हुआ मानो हम दीवार पर चढ़कर फिल्म को देख रहे हों। कुछ ऐसा जो मुख्यधारा सिनेमा हमेशा दिखाता है। फिल्ममेकर को खुद पर, अपने अभिनेताओं और अपनी कहानी पर इतना विश्वास है कि वह किरदारो की भावना को दर्शाने के लिए बैकग्राउंड म्यूजिक का उपयोग नहीं करते’। इस दौरान अनुराग फिल्म के निर्देशक और निर्माता विधु विनोद चोपड़ा और 12वीं फेल के स्टार कास्ट समेत पूरी टीम की तारीफ भी की।
वहीं, आईपीएस मनोज शर्मा से अपनी मुलाकात को लेकर अनुराग ने कहा, ‘मैं मनोज से मिल चुका हूं और मैंने 1’2वीं फेल’ किताब भी पढ़ी है, लेकिन मैं इसे उस तरीके से कभी नहीं देख सका, जिस तरीके से विधु विनोद चोपड़ा ने इसे देखा। यह डिजनी प्लस हॉटस्टार पर है और इसे जरूर देखना चाहिए। मैं बदकिस्मत था कि मैं इसे सिनेमाघरों में नहीं देख सका, लेकिन इस फिल्म को एक बार जरूर देखिए’।
गौरतलब है कि 12वीं फेल मनोज कुमार शर्मा की सच्ची कहानी पर आधारित है, जो अपनी गरीबी और हर संघर्ष का सामना करते हुए आईपीएस अधिकारी बनते हैं। इस फिल्म में उनकी आईआरएस अधिकारी पत्नी श्रद्धा जोशी के साथ उनके सफर को दिखाया गया है, जो उनके कठिन परिस्थितियों में भी वह पूरा उसका साथ देती है।