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लता मंगेशकर की आज पुण्यतिथि : जानें स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर ने क्यों नहीं की शादी?

बॉलीवुड के प्लेबैक सिंगर लता मंगेशकर की आज पुण्यतिथि है। उन्हें स्वर कोकिला भी कहा जाता है। 6 फरवरी 2022 को लता मंगेशकर पूरी दुनिया के संगीत प्रेमियों को छोड़कर चली गईं। 28 सितंबर 1929 को इंदौर में जन्मी लता मंगेशकर का जीवन उपलब्धियों से भरा रहा है। लता न केवल संगीतकारों की आइडियल रहीं, बल्कि संगीत से प्रेम करने वालों के बीच हमेशा चर्चा में रहीं।

उन्होंने हिंदी समेत 36 भाषाओं में 50 हजार से अधिक गानों में अपनी आवाज दी। भले ही आज वह हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन हिंदी सिनेमा में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके जीवन से जुड़ी कई रोचक किस्से और बातें हैं जो शायद फैंस को न पता हो। लता मंगेशकर ने कभी शादी नहीं की। बतौर एक महिला वह नारी शक्ति की बेहतरीन मिसाल हैं। बिना किसी पर निर्भर हुए उन्होंने इंडस्ट्री में अपनी खुद की पहचान बनाई और कई उपलब्धियां अपने नाम की।

0 इसलिए नहीं की शादी?

लता मंगेशकर ने एक इंटरव्यू के दौरान शादी न करने की वजह बताई थी। उन्होंने बताया कि घर के सभी सदस्यों की जिम्मेदारी उन पर थी। कई बार शादी का ख्याल आया लेकिन वह उस पर अमल नहीं कर सकती थीं। बेहद कम उम्र में काम करने लगीं। उन्होंने सोचा पहले छोटे भाई-बहनों को व्यवस्थित कर दूं। बहनों की शादी कराई, उनके बच्चे हो गए और फिर लता पर उन्हें संभालने की भी जिम्मेदारी आ गई। इस तरह का उनका वक्त बीतता चला गया।

दरअसल लता मंगेशकर के पिता दीनानाथ की हार्टअटैक की वजह से निधन हो गया था। इसके बाद घर की सारी जवाबदारी उन पर आ गई थी, क्योंकि वह घर की बड़ी थीं। एक दिन ऐसा भी आया जब पूरे परिवार को भूखा सोना पड़ा था। इस बात का खुलासा स्वयं लता जी ने साल 2015 में एक इंटरव्यू के दौरान कही थी। इसके बाद परिवार के लिए उन्होंने इंडस्ट्री में कमदम रखा था।

0 नारी शक्ति की मिसाल

लता मंगेशकर को यूं ही नारी शक्ति की मिसाल नहीं दी गई। 1974 में वह रॉयल अल्बर्ट हॉल में प्रदर्शन करने वाली पहली भारतीय बनीं। उनकी उपलब्धियां इतनी थीं कि उसी वर्ष गिनीज रिकॉर्ड में उनका नाम दर्ज हुआ। उन्हें भारतीय संगीत के इतिहास में सबसे अधिक दर्ज की गई कलाकार होने का गौरव मिला।

0 उपलब्धियां

स्वर कोकिला लता मंगेशकर को 1970 में सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक का फिल्मफेयर अवार्ड मिला। 1972 में फिल्म परिचय के गीतों के लिए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार दिया गया। 1974 में फिल्म कोरा कागज के गीतों के लिए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला। इसके बाद 1977 में जैत रे जैत के लिए सर्वश्रेष्ठ गायिका और 1989 में दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 1990 में फिल्म लेकिन के गीतों के लिए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला।

0 भारत रत्न से सम्मानित

1989 में लता मंगेशकर को पद्म विभूषण, 1990 में श्री राजा लक्ष्मी फाउंडेशन चेन्नई द्वारा पुरस्कार, 2000 में आइफा लाइफस्टाइल अचीवमेंट अवार्ड, 2001 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया। 2001 में महाराष्ट्र रत्न, 2002 में आशा भोंसले पुरस्कार, 2004 में फिल्मफेयर विशेष पुरस्कार, 2007 में फ्रांस सरकार ने उन्हें सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार (ऑफिसर ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर) से सम्मानित किया।