राजकोट। गुजरात के राजकोट शहर में शनिवार शाम एक ‘गेम जोन’ में भीषण आग लगने से 12 बच्चों सहित कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, नाना-मावा रोड स्थित गेम जोन में यह हादसा उस समय हुआ जब बच्चों सहित कई लोग खेल रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि गेमिंग गतिविधियों के लिए निर्मित फाइबर के एक ढांचे में शाम करीब 4.30 बजे आग लग गई। भीषण आग के कारण ढांचा ध्वस्त हो गया। इस हादसे में घायल लोगों का सिविल अस्पताल में इलाज जारी है। 25 से अधिक लोगों को सुरक्षित बचाया गया है।
रविवार को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी के साथ घटनास्थल का दौरा किया। मुख्यमंत्री और राज्य गृह मंत्री ने टीआरपी गेम जोन में स्थिति का जायजा लिया। घटनास्थल का दौरा करने के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री अस्पताल में मरीजों से मिलने गए। वहां उन्होंने मरीजों से बातचीत भी की।
अधिकारियों ने बताया कि शाम करीब 4.30 बजे गेमिंग गतिविधियों के लिए बनाए गए फाइबर डोम में आग लगी थी। इसके बाद फायर कंट्रोल रूम को इसकी सूचना मिली। फायर टेंडर और एंबुलेंस आग बुझाने के लिए मौके पर पहुंचे। राजकोट कलेक्टर प्रभाव जोशी ने बताया कि गर्मी की छुट्टी और सप्ताहांत के चलते गेम जोन में काफी भीड़ थी।
वीकेंड पर थी 99 रुपये की स्कीम
रिपोर्ट्स के मुताबिक गेमिंग जोन में जिस वक्त यह हादसा हुआ उस वक्त वहां कई लोग मौजूद थे। ऐसा इसलिए क्योंकि शनिवार का दिन था और साथ ही गेमिंग जोन में 99 रुपये की टिकट वाली स्कीम भी चल रही थी। माना जा रहा है कि गेमिंग जोन संचालक की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है। मामले में पुलिस ने 4 लोगों को हिरासत में भी ले लिया है। इसमें टीआरपी गेम जोन के मालिक युवराज सिंह सोलंकी, उनके पार्टनर प्रकाश जैन, मैनेजर नितिन जैन और एक अन्य शख्स राहुल राठौड़ शामिल हैं।
गेम जोन में थे ज्वलनशील पदार्थ
सूत्रों के अनुसार, टीआरपी गेमिंग जोन में बड़ी मात्रा में ज्वलनशील पदार्थ रखे हुए थे और साथ ही उनके पास फायर एनओसी भी नहीं थी।रिपोर्ट के अनुसार, वहां कई हजार लीटर पेट्रोल और डीजल रखा हुआ था।
मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए मुआवजे की घोषणा
सीएम भूपेंद्र पटेल ने घायलों और मृतकों के प्रति संवेदना जताई है। साथ ही उन्होंने मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए मुआवजे की घोषणा की। उन्होंने कहा की राज्य सरकार मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये देगी। साथ ही उन्होंने कहा कि इस हादसे की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है।