अंबाला। रेलवे की लापरवाही ने एक यात्री की जान ले ली। अंबाला से हेमकुंड एक्सप्रेस में सवार यात्री की लुधियाना स्टेशन पर तबीयत बिगड़ी और बेहोशी की सूचना दी गई। 11 स्टेशनों पर ट्रेन रुकी, लेकिन किसी ने भी यात्री को उतारना उचित नहीं समझा। करीब 342 किलोमीटर दूर कटड़ा स्टेशन पर यात्री का शव नीचे उतारा गया। मौत का कारण हार्ट अटैक माना जा रहा है।
शव की शिनाख्त सुरेंद्र सिंह निवासी चंडीगढ़ के रूप में हुई है। करीब साढ़े सात घंटे ‘मौत’ हेमकुंड एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में सफर करती रही, लेकिन किसी ने भी सुरेंद्र को नहीं उतारा। मौत कहां पर हुई, इसका तो खुलासा नहीं हुआ, लेकिन यह स्पष्ट हो गया कि मौत का कारण हार्ट अटैक माना गया है।
कटड़ा राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) की तफ्तीश में पाया कि यात्री के बेहोश होने की सूचना लुधियाना रेलवे स्टेशन पर ही मिल गई थी। पोस्टमार्टम के बाद शव को स्वजनों के हवाले कर दिया गया है। मृतक की जेब से उसका पर्स और मोबाइल गायब मिला था।
सुरेंद्र को चंडीगढ़ उतरना था
अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन से सुरेंद्र सिंह 29 नवंबर 2024 की रात चंडीगढ़ जाने वाली हेमकुंड एक्सप्रेस 14609 में सवार हो गया। यात्री को चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर उतरना था, लेकिन वह लुधियाना पहुंच गया। जब ट्रेन लुधियाना स्टेशन पर पहुंची तो स्लीपर कोच एस-3 में अटेंडेंट ने सुरेंद्र सिंह को बेहोशी की हालत में गिरा देख इसकी सूचना कंट्रोल को दे दी।
लुधियाना स्टेशन पर ट्रेन का ठहराव करीब पंद्रह मिनट रहा, लेकिन सुरेंद्र सिंह को किसी ने नहीं उतारा। इसके बाद ट्रेन जालंधर, टांडा उड़मुड़, दसूहा, मुकेरियां, पठानकोट, कठुआ, हीरानगर, सांबा, जम्मू, मारटियर तुषार मेहता रेलवे स्टेशन के बाद कटड़ा स्टेशन पर पहुंची।
यहां पर जम्मू से ही पुलिस को सूचना मिल चुकी थी, जिसके चलते ट्रेन के आने से पहले ही कटड़ा पुलिस पहुंच गई और 30 नवंबर को सुबह 8 बजकर 25 मिनट पर शव को ट्रेन से उतारा। मृतक की जेब से मोबाइल और पर्स गायब था, जिसके चलते शिनाख्त को लेकर भी पुलिस ने इंटरनेट मीडिया का सहारा लिया, जिसके चलते एक दिसंबर को शव की पहचान हो गई।
थाना प्रभारी बोले- प्रारंभिक जांच में हार्ट अटैक से मौत होने की बात सामने आई कटड़ा जीआरपी थाना प्रभारी नीरज ने बताया कि सुरेंद्र सिंह की मौत डॉक्टरों की प्रारंभिक जांच में हार्ट अटैक से होनी बताई है। शव का पोस्टमार्टम कराकर स्वजनों को दे दिया गया है। उन्होंने माना कि पूछताछ में ट्रेन के अटैंडेंट में बताया कि लुधियाना स्टेशन पर यात्री के बेहोश होने की सूचना दी थी। जम्मू से हमें सूचना मिली थी जिसके चलते शव को उतारा गया।
सुरेंद्र नहीं पहुंचा घर तो शुरू हुई तलाश
सिंह का मोबाइल जेब से गायब मिला, लेकिन इस नंबर की काल दूसरे नंबर पर फॉरवर्ड की थी। ऐसे में जब सुरेंद्र घर नहीं पहुंचा, तो स्वजनों ने उसकी तलाश के लिए फोन किया, लेकिन यह फोन कोई और व्यक्ति उठा रहा था। व्यक्ति का कहना था कि यह मेरा नंबर है, जिससे स्पष्ट हो गया कि सुरेंद्र के मोबाइल कॉल किसी दूसरे नंबर पर फारवर्ड कर दी है। यह भी बड़ा सवाल है कि इस मोबाइल को किसने फारवर्ड की है। हालांकि स्वजनों ने चंडीगढ़ पुलिस को भी शिकायत की थी।