एक दर्जन से ज्यादा जगह हुआ था फ्रैक्चर, आज इलाज के दौरान हुई मौत
फरीदाबाद। फरीदाबाद के आईएमटी क्षेत्र में शादी की खुशियां मातम में बदल गईं। शादी से महज दो दिन पहले योगा शिक्षक गौरव की बेरहमी से हत्या कर दी गई। आरोप है कि उसकी मंगेतर ने ही अपने प्रेमी और उसके साथियों के साथ मिलकर इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया।
शिक्षक गौरव की 19 अप्रैल को शादी होनी थी और 17 अप्रैल को उस पर हमला हो गया। आज 20 अप्रैल को अलसुबह योगा शिक्षक ने दम तोड़ दिया। परिजनों ने चेतावनी दी है कि जब तक गौरव की मंगेतर और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती वे दाह संस्कार नहीं करेंगे।
15 अप्रैल को हुई थी सगाई, 17 को हमला, 20 को मौत
गांव सोतई निवासी प्रेमचंद ने बताया कि उनका बड़ा बेटा गौरव निजी स्कूल में योगा टीचर था। उसका रिश्ता बल्लभगढ़ की त्रिखा कॉलोनी निवासी नेहा से तय हुआ था। 15 अप्रैल को उनकी सगाई हुई थी और 19 अप्रैल को शादी होनी थी। शादी की तैयारियों के चलते 17 अप्रैल को गौरव कार में बल्लभगढ़ से शादी का सामान लेकर लौट रहा था, तभी आईएमटी इलाके में बदमाशों ने उसे घेर लिया। रॉड और डंडों से बुरी तरह पीटकर उसके हाथ-पैर तोड़ दिए और सिर में गंभीर चोटें आईं। राहगीरों की मदद से उसे अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि वह कोमा में जा रहा है। उसे 12 से 15 जगह फ्रैक्चर हैं।
कोमा में जाने से पहले बताया मंगेतर और उसके प्रेमी का नाम
गौरव ने बेहोश होने से पहले अपने परिवार को बताया कि यह हमला उसकी मंगेतर नेहा ने ही कराया है। उसने नेहा के प्रेमी सौरव नागर और उसके साथियों के नाम लिए, जो गांव तिगांव के रहने वाले हैं। गौरव ने बताया कि नेहा ने अपने प्रेमी को उसका फोटो और पता भेजा था। गौरव के खिलाफ पहले भी धमकी मिलने की बात सामने आई है। 28 मार्च को सौरव और उसके साथी सोनू ने उसे सरेआम धमकी दी थी कि अगर नेहा से शादी की तो जान से हाथ धो बैठेगा। इस संबंध में पहले से ही एक मामला दर्ज था, लेकिन अब गौरव की मौत के बाद मामला हत्या की धाराओं में बदल दिया गया है। बताया जा रहा है कि युवक की मौत के बाद से ही मंगेतर का परिवार फरार है।
मुख्य आरोपी सौरव व सोनू को किया गिरफ्तार
पुलिस ने मुख्य आरोपी तिगांव निवासी सौरव नागर और उसके साथी सोनू को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन गौरव के परिजनों का आरोप है कि पुलिस सभी आरोपियों को नहीं पकड़ रही और जिन्हें गिरफ्तार किया गया है, उन्हें भी विशेष सुविधा दी जा रही है। गौरव की मौत के बाद से उसका परिवार बेहद आक्रोशित है। उन्होंने ऐलान किया है कि जब तक नेहा और अन्य सभी आरोपी गिरफ्तार नहीं हो जाते, तब तक वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। गौरव के चचेरे भाई पंकज ने बताया कि उन्हें स्थानीय पुलिस पर भरोसा नहीं है और वे इस केस को क्राइम ब्रांच को सौंपे जाने की मांग कर रहे हैं।
सदर थाना एसएचओ उमेश ने बताया कि मामले में गंभीरता से जांच की जा रही है। पहले मामला जानलेवा हमले का था, लेकिन अब गौरव की मौत के बाद इसे हत्या की धाराओं में बदला गया है। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है और जल्द गिरफ्तारी की बात कही जा रही है।