यमुनानगर। युवती ने संपत्ति के लालच में मां और भाई की हत्या कर दी। इसके बाद खुद ही अपने बयान में फंस गई। जांच में जुटी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। हत्यारोपित काजल ने डायल 112 पर काल कर लूट व हत्या की सूचना दी। पुलिस ने जांच शुरू की तो लूट की बात झूठ निकल गई।
मृतक मीना (45) और उसके बेटे राहुल (24) की गला घोंटकर हत्या की गई है। पुलिस ने मीना की बेटी काजल (26) को हिरासत में लिया है। उसने अपराध स्वीकार किया है। उसने ही पुलिस को फोन कर बुलाया था। काजल ने पहले पुलिस को बताया था कि जब वो घर लौटी तो उसकी मां व भाई की हत्या कर दी गई थी। घर का सामान बिखरा था। उसने लूट का एंगल होने की बात कह पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की थी। वहीं पुलिस को मृतकों के पड़ोस के एक सीसीटीवी की फुटेज में काजल के साथ एक संदिग्ध युवक नजर आया है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
मां-भाई के साथ रहती थी हत्यारोपित
घटना के अनुसार यमुनानगर के आजादनगर की गली नंबर दो निवासी मीना अपने बेटे राहुल व बेटी काजल के साथ रहती थी। उसके पति केशनाथ की वर्ष 2007 में मौत हो गई थी। यह परिवार लगभग छह माह पहले ही यहां पर रहने के लिए आया था। पहले वह सावनपुरी कालोनी में रहते थे। उन्होंने लगभग 32 लाख रुपये में यह मकान खरीदा था। राहुल मुथूट फाइनेंस में नौकरी करता था।
प्रेम प्रसंग का भी एंगल
काजल प्यारा चौक पर एक मोबाइल की दुकान में नौकरी करती थी। मामले में रामपुरा पुलिस चौकी इंचार्ज निर्मल सिंह के बयान के आधार पर कार्रवाई की गई है। एसपी गंगाराम पुनिया ने बताया कि अभी तक यही सामने आया है कि प्रापर्टी के लालच में वारदात को अंजाम दिया गया। बाकी एंगल खंगाल रहे हैं।
गले में तार और चुन्नी के निशान मिले
पुलिस की टीम जब घटनास्थल पर पहुंची तो छानबीन की। मृतका मीना का शव बेड पर पड़ा था। उसके गले पर निशान था जो देखने में ऐसा लग रहा था कि किसी तार से गला दबाया गया है। जबकि राहुल का शव जमीन पर था। उसके गले को किसी चुन्नी से दबाया गया था। जिस तरह से दोनों के शव नीले पड़ चुके थे। उससे यही अंदेशा है कि दोनों को पहले खाने में बेहोशी की दवाई दी गई होगी।