अंबाला में दो एकड़ जमीन को लेकर चल रहे विवाद में एक रिटायर्ड फौजी ने पत्नी व रिश्तेदारों के साथ मिलकर अपने छोटे भाई के पूरे परिवार की गला रेतकर हत्या कर दी। इस दौरान बीच बचाव करने आई मां को भी मार डाला, जबकि पिता ने भागकर जान बचाई। मरने वालों में छोटे भाई की पत्नी के अलावा उनके तीन मासूम बच्चे भी थे। हत्या के बाद आरोपी ने सभी के शवों को जलाने का भी प्रयास किया।
मृतकों की पहचान छोटे भाई हरीश (35), भाभी सोनिया (32), मां सरोपी (65), भतीजी यशिका (5) और 6 माह के भतीजे मयंक के रूप में हुई। दूसरी भतीजी परी (8) ने हौदी में छिपकर जान बचाई, लेकिन बाद इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। आरोपी 42 वर्षीय भूषण सेना में नायक पद से रिटायर्ड हुआ है। वह अभी एनिमल अटेंडेंट के रूप में कार्यरत है। पुलिस ने उसके समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बाकियों को हिरासत में लिया गया है। मामले की जांच के लिए एसआईटी भी गठित कर दी है।
वारदात रविवार देर रात नारायणगढ़-रायपुरानी सीमा स्थित रतौर गांव में हुई। पुलिस के अनुसार, एक ही घर में दोनों भाइयों ने बंटवारा कर रखा था। दो साल से उनमें दो एकड़ जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। पहले भी कई बार दोनों भाइयों के बीच मारपीट हो चुकी थी।
रविवार रात भूषण ने पत्नी और ससुरालवालों के साथ मिलकर छोटे भाई के परिवार को खत्म करने की योजना बनाई। रात करीब 10 बजे तेज धारदार हथियारों से उन्होंने घर के भीतर ही उन पर हमला कर हत्या कर दी। हत्या के बाद लकड़ी की बल्लियों पर सभी के शव रखकर डीजल डालकर आग लगा दी। पिता ओम प्रकाश पर भी धारदार हथियार से दो वार किए। उन्होंने जख्मी हालत में घर से भागकर जान बचाई। पुलिस ने जख्मी परी और ओमप्रकाश को अस्पताल पहुंचाया। वहां से परी को चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया, जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। घायल पिता के बयान पर पुलिस ने बड़े बेटे भूषण, बहू पूनम, पोतों मक्खन व प्रिंस, भूषण के सालों टोनी व जोनी और साली बॉबी पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पिता ने कहा-बड़ा बेटा हड़पना चाहता था सारी जमीन
ओमप्रकाश ने बताया कि उनके पास दो एकड़ जमीन थी, जिसे उन्होंने दोनों बेटों में बांट दिया था। इसके बावजूद बड़ा बेटा भूषण सारी जमीन अपने नाम कराने के लिए दबाव बना रहा था। इसे लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। रविवार को वह काम से नारायणगढ़ गया था। लौटा तो देखा कि जमीन के लिए दोनों भाइयों में बहस हो रही थी। देखते ही देखते आरोपियों ने हाथों में गंड़ासी, कुल्हाड़ी और डंडे लेकर हमला कर दिया और सभी को मौत के घाट उतार दिया।
पिता ने दोस्त की मदद से आग बुझाई
पिता ने पुलिस को बताया कि छह लोगों की हत्या के बाद आरोपियों ने सुबूत मिटाने के लिए शटरिंग की बल्लियों पर शवों को रख आग लगा दी। उन्होंने अपनी पड़ोसी मित्र की मदद से आग को बुझाया। इस दौरान उन्होंने देखा कि घायल पोती परी पानी की हौदी में छिपकर रो रही है। उसको भी आरोपियों से बचाया।
गांव वालों से नहीं होती थी बातचीत
गांववासियों के अनुसार, आरोपी भूषण झगड़ालू और गुस्सैल प्रवृत्ति का है। इस कारण ग्रामीणों से भी उसकी बोलचाल नहीं होती थी। भूषण का चाचा ताऊ से भी करीब एक साल पहले किसी बात को लेकर उसका विवाद हुआ था। तब पीड़ित पक्ष काफी घायल हो गया था। उस समय भी भूषण पर हत्या के प्रयास का मामला नारायणगढ़ थाने में दर्ज हुआ था। भूषण अपने ही परिवार को छोटी-छोटी बातों पर तंग करता था। उसने अपने छोटे भाई के खेतों में ट्रैक्टर चलाकर फसल खराब कर दी थी।
अंबाला एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया का कहना है कि मुख्य आरोपी भूषण को काबू कर लिया गया है। साथ ही मामले में संलिप्त कुछ और लोगों को भी हिरासत में लेकर जांच चल रही है। जल्द ही पूरे मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।