भारत में ज्यादातर लोग चाय के दीवाने हैं। सुबह-शाम चाय न मिले तो इन दीवानों का दिन ही अधूरा रह जाता है। सुबह उठते ही चाय की चुस्कियां लेना और फिर कामों को रफ्तार देना इनकी दिनचर्या में शामिल है। वहीं ठंड के दिनों में तो चाय दो टाइम से बढ़कर चार-पांच बार भी हो सकता है। वहीं अगर चाय के फायदों को बढ़ाना है तो उसमें एक चुटकी पिसी हुई दालचीनी का पाउडर मिला दें। इससे चाय के गुण कई गुना बढ़ जाएंगे।
दालचीनी एक मसाला होता है जो लकड़ी जैसा होता है। मार्केट में दालचीना का पाउडर मिलता है। आप चाहें तो इसे घर में भी आसानी से पीस सकते हैं। जब आपकी नॉर्मल चाय में उबाल आने लगे तो चाय में दालचीनी का पाउडर मिला दें। आप चाहें तो स्टिक भी डाल सकते हैं। इससे शरीर को कई फायदे मिलेंगे।
दालचीनी (Cinnamomum verum) का इस्तेमाल खड़े मसालों में किया जाता है। दालचीनी में एक अलग तरह की खुशबू और स्वाद होता है। दालचीनी को आयुर्वेद में दवा के जैसा माना जाता है। दालचीनी की चाय पीने से कई बीमारियां दूर की जा सकती है। इसके औषधीय गुण पाचन को बेहतर बनाने, खांसी, सर्दी और जुकाम में राहत पहुंचाने और शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं। दालचीनी का सेवन करने से शरीर में ब्लॉकेज की समस्या कम होती है। ब्लड शुगर को कंट्रोल करने से लेकर कोलेस्ट्रॉल घटाने तक दालचीनी बहुत फायदेमंद है।
दालचीनी की चाय- वैसे तो दालचीनी की चाय को बिना दूध और चायपत्ती के तैयार किया जाता है, लेकिन आप चाहें तो अपनी रुटीन में पी जाने वाली दूध वाली चाय में भी दालचीनी डाल सकत हैं। इसके लिए पानी में जब चायपत्ती डालते हैं तभी दालचीनी का एक टुकड़ा डाल दें। आप चाहें तो दालचीनी का पिसा हुआ पाउडर भी एक चुटकीभर डाल सकते हैं। इस चाय को पीने से आपको भरपूर फायदे मिलेंगे।
कैसे बनाएं दालचीनी की चाय- दालचीनी की चाय बनाने के लिए 1 गिलास पानी उबलने के लिए रखें। इसमें 1 बड़ा टुकड़ा दालचीनी डालें। अब इसमें 1 काली मिर्च और 1 लौंग कूटकर डाल दें। इसमें थोड़ी कच्ची हल्दी और 1 टुकड़ा गुड़ डाल दें। अब इसे उबलने दें और जब पानी थोड़ा जल जाए तो छान लें। आप चाहें तो इसे ऐसे ही पी लें या फिर इसमें थोड़ा नींबू का रस डालकर पी सकते हैं।
डिस्क्लेमर : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। Today Studio लेख की पुष्टि नहीं करता है। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लें।