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स्वास्थ्य

हृदय को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना करें ये योगासन

HEALTH. योगासन ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने, फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाने और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने में मदद कर सकते हैं, जिससे हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है. हृदय को स्वस्थ रखने के लिए आप कौन से 4 योगासन कर सकते हैं आइए जानें.

ताड़ासन – इस मुद्रा के लिए आपको अपने पैरों को आपस में मिलाकर या लगभग 10 सेंटीमीटर की दूरी पर खड़ा होना है. अपने दोनों हाथों को अपने सिर के ऊपर उठाएं, हथेलियां एक दूसरे के सामने हों. अपनी उंगलियों को इंटरलॉक करें और हथेलियों को ऊपर की ओर मोड़ें. अब सांस भरते हुए और अपनी बाहों, कंधों और छाती को ऊपर की ओर खींचते हुए अपने पैरों की एड़ी को फर्श से ऊपर उठाएं. आपको अपने पूरे शरीर को अपने पैर की उंगलियों पर संतुलित करना चाहिए. बिना संतुलन खोए 10 सेकंड के लिए इस स्थिति में रहें. फिर सांस छोड़ें और एड़ियों को पहले नीचे करें और फिर हाथों को. इस आसन को आप 10 बार कर सकते हैं.

गोमुखासन – फर्श पर बैठ जाएं और अपने दोनों पैरों को अपने शरीर के सामने घुटनों पर मोड़कर रखें. बाएं पैर को दाहिने पैर के नीचे इस तरह स्लाइड करें कि बायीं एड़ी दाहिने कूल्हे के बाहरी हिस्से को छुए. दायीं एड़ी को बायें कूल्हे के बाहरी हिस्से पर रखें. अपने पैरों को इस तरह समायोजित करें कि आपका दाहिना घुटना आपके बाएं घुटने के ऊपर हो. एक बार जब आपके पैर स्थिति में हों, तो कोहनी को मोड़कर अपने दाहिने हाथ को मोड़ें और इसे अपनी पीठ के पीछे नीचे से ले जाएं और अपने दाहिने हाथ के पिछले हिस्से को अपनी रीढ़ के ऊपर रखें. अपने बाएं हाथ को सीधा ऊपर उठाएं, इसे कोहनी से मोड़ें और बाएं हाथ की हथेली को अपने बाएं कंधे के पीछे रखें. अब दोनों हाथों की उंगुलियों को पीठ के पीछे पकड़ने की कोशिश करें. उंगलियों को पकड़ते हुए सिर और रीढ़ को सीधा रखें. दो मिनट के लिए इस स्थिति में रहें.

सर्वांगासन – सिर, रीढ़ और पैरों को एक सीध में रखते हुए पीठ के बल लेट जाएं. हाथों को अपने शरीर के बगल में रखें. हथेलियां नीचे की ओर हों. अपने कोर को कस लें और अपनी हाथों की मदद से अपने पैरों को हवा में ऊपर उठाएं. जब पैर सीधे हवा में हों, तो अपने नितंबों और रीढ़ को फर्श से ऊपर उठाएं, साथ ही साथ अपनी कोहनियों को मोड़ें और अपने हाथों की हथेलियों को ऊपर की ओर मोड़ें और अपनी पीठ को सहारा देने के लिए इन्हें अपनी पीठ पर, रिब के ठीक पीछे रखें. अपनी हथेलियों के साथ, अपनी पीठ को आगे की ओर इस बिंदु पर धकेलें कि आपकी छाती आपकी ठुड्डी से दब जाए. जब तक आप सहज महसूस करें, तब तक इस स्थिति में रहने की कोशिश करें. फिर धीरे-धीरे अपनी पीठ, कूल्हों और फिर पैरों को फर्श पर नीचे करके प्रारंभिक स्थिति में लौट आएं. एक मिनट के लिए आराम करें और फिर इस आसन को 5 बार दोहराएं.

सेतु-आसन – अपने पैरों को आगे, पीछे सीधे और हथेलियों को शरीर के दोनों ओर फर्श पर फैलाकर फर्श पर बैठें. अपनी हथेलियों को अपने नितंबों से 30 सेमी पीछे ले जाएं. अपनी कोहनियों को सीधा रखें. अब अपने कूल्हों को ऊपर उठाएं और आपका शरीर कंधे से टखने तक एक लाइन में हो. एक बार स्थिति में आने के बाद, अपनी गर्दन को ढीला करें. पैरों और बाजुओं को सीधा रखते हुए अपने पैरों को जमीन पर सपाट रखने की कोशिश करें. जितनी देर हो सके इस पोजीशन में रहें और फिर अपने कूल्हों को धीरे-धीरे फर्श पर नीचे करें और कुछ मिनटों के लिए आराम करें.