वर्तमान जीवनशैली में अनहेल्दी डाइट बच्चों को बीमार कर सकता है। पैरेंट्स को चाहिए कि वह बच्चों को पैक्ड फूड और जंक फूड से दूर रखें। मार्केट में मिलने वाले पैक्ड फूज जैसे चिप्स, पफकॉर्न या कोल्ड ड्रिंक्स स्नैक्स देने की बजाय उन्हें नट्स खाने के लिए दें। बच्चों के टिफिन में कुछ हेल्दी स्नैक्स रखें। आप उन्हें रोजाना पिस्ता खिला सकते हैं।
पिस्ता में अनसैचुरेटेड फैट्स होते हैं जो दिमाग के हेल्दी विकास में मदद करते हैं। पिस्ता ब्रेन फंक्शन को बेहतर बनाने में असरदार काम करता है। पिस्ता प्लांट बेस्ड प्रोटीन का सोर्स है जो ब्रेन सेल्स को रिपेयर करता है।
पिस्ता में प्लांट-बेस्ड प्रोटीन पाया जाता है, जो बच्चों की ब्रेन हेल्थ के लिए अच्छा होता है। पिस्ता में विटामिन ई और विटामिन-बी6 जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। शरीर में विटामिन-बी6 न्यूरोट्रांसमीटर्स के प्रोडक्शन के लिए अहम होता है। इसके अलावा विटामिन ई ब्रेन सेल्स के लिए अच्छा माना जाता है। ये विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट्स मिलकर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं। इससे रेडिकल डैमेज कम होता है और मेमोरी तेज होती है।
बच्चों के दिमाग के लिए पिस्ता
-पिस्ता में ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है जो दिमाग के विकास के लिए जरूरी होता है। खासतौर से बढ़ते बच्चों को पिस्ता जरूर खिलाना चाहिए।
-पिस्ता में मौजूद नेचुरल प्रोटीन और शुगर पाया जाता है जिससे बच्चों को एनर्जी मिलती है और दिमाग एक्टिव रहता है।
-पिस्ता को फाइबर से भरपूर माना जाता है जिससे पेट और पाचन से जुड़ी समस्याएं कम होती है और ब्रेन हेल्थ बेहतर होती है।
-मूड को बेहतर बनाने के लिए जरूरी अमीनो एसिड भी पिस्ता में पाए जाते हैं जो बच्चों को हैप्पी रखने में मदद करते हैं।
-पिस्ता खाने से ब्लड फ्लो बेहतर रहता है जिससे दिमाग को पर्याप्त ऑक्सीजन और न्यूट्रिएंट्स मिलते हैं।
-पिस्ता खाने से मेलाटोनिन हार्मोन बढ़ता है जिससे आपकी नींद बेहतर होती है। अच्छी नींद दिमाग से विकास में मदद करती है।
0 बच्चों को कैसे खिलाएं पिस्ता?
आप रोस्टेड सॉल्टेड पिस्ता बच्चों को खिला सकते हैं। स्नैक्स के लिए पिस्ता अच्छा ऑप्शन है। आप बच्चों के सीरियल्स या ओट्स में मिला सकते हैं। पिस्ता बटर टोस्ट बच्चों को खिला सकते हैं। दूध में डालकर पिला सकते हैं या आप किसी भी दूसरी रेसिपी में पिस्ता शामिल कर सकते हैं।