कैंसर एक ऐसी समस्या है, जो शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकती है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार हर छ में से एक की मौत कैंसर के कारण होती है। कैंसर के शुरूआती लक्षण का पता लगने से इसका इलाज करना संभव हो सकता है। इन्हीं में से एक है मुंह का कैंसर। इस बीमारी के लक्षण को समय रहते पहचान लिए जाएं, तो इसका इलाज करना आसान हो सकता है।
मुंह का कैंसर एक गंभीर बीमारी है, जो मुंह के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकती है। इससे होंठ, जीभ, मसूड़े, गाल, तालु, और गले के पीछे का भाग प्रभावित हो सकता है। मुंह में असामान्य कोशिकाओं के अनियंत्रण के कारण कैंसर का खतरा काफी हद तक बढ़ सकता है।
0 मुंह के कैंसर के लक्षण
- मुंह में घाव या अल्सर जो ठीक नहीं होता
- मुंह में दर्द रहित गांठ या सूजन
- लार में खून आना
- निगलने में परेशानी
- कान में दर्द
- आवाज में बदलाव
- वजन कम होना
- थकान
0 मुंह के कैंसर के कारण
- शराब पीने से मुंह के कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है, खासकर जब धूम्रपान के साथ इसका सेवन किया जाता है।
- धूम्रपान मुंह के कैंसर का सबसे बड़ा जोखिम कारक है। इसकी वजह से मुंह में कैंसर का खतरा काफी हद तक बढ़ सकता है।
- सुपारी चबाने से मुंह के कैंसर की संभावना काफी हद तक बढ़ सकती है।
- नियमित रूप से ब्रश और फ्लॉस न करने से मुंह में बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं, जो कैंसर का खतरा बढ़ा सकते हैं।
- मानव पेपिलोमा वायरस HPV कुछ प्रकार के मुंह और गले के कैंसर का कारण बन सकता है।
- इसके अलावा सूर्य के प्रकाश का अत्यधिक संपर्क, कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली और कुछ आनुवंशिक स्थितियां शामिल हैं।
डिस्क्लेमर : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। Today Studio लेख की पुष्टि नहीं करता है। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लें।