HEALTH. हम सभी एक बीमारी के भलि भांति परिचित हैं, या कुछ लोग आंशिक रूप से, इस बीमारी का नाम है चेचक। जिसे चिकनपॉक्स भी कहा जाता है। भारत में इस बीमारी को छोटी माता और बड़ी माता के नाम से जाना जाता है। कई बार ये बीमारी बढ़ने पर मौत का भी कारण बन जाती है। वहीं कई बार इस बीमारी के कारण शरीर पर आए चकत्तों के दाग भी रह जाते हैं। इस बीमारी के शुरुआती लक्षण ही शरीर पर बनने वाले दाने हैं। चलिए आज आपको इसी बीमार के बारे में विस्तार से बताया जाए। इसका रेगकारक, लक्षण और बचावों साथ ही इसके प्रसार के बारे में उत्पत्ति के बारे में भी आपको इस लेख के माध्यम से बताया जाएगा।
किसी भी उम्र में हो सकती है ये बीमारी
चिकन पॉक्स या चेचक एक संक्रामक बीमारी है। कई लोगों का यह मानना है कि ये बीमारी केवल बचपन में ही होती है, लेकिन यह हकीकत नहीं है। ये बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है अगर आपने इसकी वैक्सीन न ली हो। ये बीमारी ‘वेरिसेला जोस्टर वायरस’ के कारण होती है। इसके इतिहास के बारे में बताया जाता है कि ये बीमारी 1200 इस्वी में मिस्त्र की एक ममी में पाई गई था। इस ममी में इस बीमारी के विस्फोट देखे गए थे। इस बीमारी को उस समय के विद्वानों ने चेचक नाम दिया था। इस बीमारी का भारत में उन्मूलन(नष्ट कर देना) 1980 में हुआ था। हालांकि भातर को 1977 में ही चेचक मुक्त घोषित कर दिया गया था।
क्या है इसके लक्षण
यदि लक्षणों की बात की जाए तो इस बामारी की शुरुआत शरीर पर दानों से होती है। हालांकि शरीर में विषाणु आने के सात से 21 दिन बाद ही इसका असर शरीर में देखने को मिलता है। इसमें सबसे पहले शरीर पर चकत्ते या फिर दाने आना शुरु होता है। इसके साथ ही बुखार, खुजली और फफोले भी देखने को मिलते हैं। शुरुआत में इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति के चेहरे पीठ अथवा पेट पर दाने देखने को मिलते हैं। कई बार चेचक से ग्रसित व्यक्ति के पैरों से भी ये जाने उठना शुरू होते हैं। इसके बाद ये दाने पूरे शरीर में फैलना शुरू हो जाते हैं। यदि इसे नजरअंदाज किया गया तो हालात गंभीर भी हो सकते हैं। इसमें बुखार, सिरदर्द, भूख की कमी, अत्यधिक थकान, जी मचलाना, पेट या छाती में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, दस्त और उल्टी भी आती है।
क्या हैं उपचार
चेचक या चुकनपॉक्स से ग्रसित होने पर आपको सफाई का अधिक से अधिक ध्यान रखना होता है। इसके लिए आप नीम के पानी से नहाएं, साथ ही गंदी जगहों पर जाने से भी बचें। शरीर पर खुजली होना इस बीमारी में आम है इस कारण शरीर को खुजलाने से भी बचें, वरना दानों की संख्या में बढ़त भी हो सकती है, या आप केवल खुद को चोटिल कर सकते हैं। इस बीमारी से बचने के लिए चेचक का टीका भी लगाया जाता है। चेचक से ग्रसित लोगों को हर्वल टी पिए जाने की सलाह भी दी जाती है। कैलामाइन लोशन को भी अपने शरीर पर लगाने से खुजली और चकत्तों से राहत मिलती है। बाकी आप डॉक्टर द्वारा सुझाई गई दर्द निवारक गोलियों का भी उपयोग करें। इसके अलावा शरीर पर जरूरी तेल भी लगाया जाना चाहिए।
क्या करें परहेज
चेचक बीमारी में परहेज से संक्रमण को रोका जा सकता है। इसके लिए आपको परहेजों पर अधिक ध्यान देना चाहिए। इसके लिए सोडियम युक्त खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए। आपको बता दें हमारे घर में पाया जाने वाला सफेद नमक सोडियम का रिच सोर्स है, इस कारण इसे खाने से बचें। तैलीय पदार्थ या जिनमें ट्रांस वसा हो ऐसे पदार्थों के सेवन से भी बचना चाहिए। खट्टे फलों को भी नहीं खाया जाना चाहिए। साथ ही गर्म चीजों का सेवन भी इसमें दिक्कत पैदा कर सकता है। वहीं इस रोग में मिर्च खाने से भी बचना चाहिए।
क्या खाएं
चिकन पॉक्स में व्यक्ति के शरीर में पानी की कमी होना आम बात है इसलिए संक्रमित व्यक्ति को पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए। इसके लिए आप दिन भर तरल पदार्थों का सेवन करते रहें। इसमें उबली हुई सब्जियों का सेवन करें। इसमें तेल का इस्तेमाल नहीं होता है और यह स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं। जैसे- गाजर, फूल गोभी, बीन्स, पत्ता गोभी, आलू, ब्रोकली इत्यादि। रागी फाइबर और कैल्शियम से भरपूर होता है। बिना तेल की मदद से बने रागी के खाद्य-पदार्थों का सेवन आप कर सकते हैं। जैसे- डोसा, रागी से बना दलिया, रागी माल्ट, रागी इडली इत्यादि। यह चिकन पॉक्स को ठीक करने में बहुत कारगर होता है। चेचक या चिकन पॉक्स में नारियल पानी पीना बहुत फायदेमंद साबित होता है। नारियल पानी विटामिन और खनिज पदार्थों से भरपूर होता है। इसको पीने से आपके शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है और गैस बनने की समस्या से भी छुटकारा मिलता है। कई लोग सोचते हैं कि चिकन पॉक्स में दूध पीना चाहिए या नहीं। तो आपको बता दें आप चिकन पॉक्स में ताजा और घर के दूध का सेवन कर सकते हैं और ताजे दूध से बने ताजे पदार्थों का भी सेवन कर सकते हैं। दही का भी सेवन करें। यह चिकन पॉक्स में फायदेमंद होने के साथ आपकी त्वचा के लिए भी बहुत अच्छा होता है। इसमें प्रोबायोटिक्स और कैल्शियम पाए जाते हैं। आप दिन भर में पर्याप्त मात्रा में दही और छाछ का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा आप चिकन पॉक्स में ताजे फल और सब्जियों का सेवन कर सकते हैं, जैसे- गाजर, टमाटर, शिमला मिर्च, सूजी, फ्रेश जूस, टोफू, नट्स, अदरक, लहसन, चुकंदर, पालक, कीवी, तरबूज, खीरा, अंकुरित अनाज इत्यादि।