आजकल हर घर में आरओ फिल्टर इस्तेमाल किया जाता है। यह मशीन पानी से दूषित और विषाक्त पदार्थ को छानकर बाहर कर देती है, जिससे पीने लायक शुद्ध जल मिलता है। दूषित पानी शरीर के लिए बहुत नुकसानदायक होता है और पेट खराब कर सकता है।
ठीक इसी तरह किडनी भी आरओ फिल्टर की तरह काम करती हैं। खून से विषाक्त और अपशिष्ट पदार्थ निकालकर यह शुद्ध रक्त बनाती हैं। कुछ आदतें किडनियों को दिन-रात काम करने का प्रेशर डालती हैं, जिससे वो खराब हो सकती हैं। इसलिए इन 10 आदतों से दूर रहने की कोशिश करें।
ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर पर ध्यान ना देना
किडनी के लिए ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर बढ़ना काफी बुरा है। इसलिए इन दोनों चीज पर लगातार नजर बनाए रखनी चाहिए। अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन (ref.) कहता है कि ये दोनों स्थितियां नसों को कमजोर बनाकर किडनी पर प्रेशर बढ़ाती हैं।
पेनकिलर और एंटीबायोटिक्स का ज्यादा इस्तेमाल
कुछ दवाएं किडनी खराब होने का कारण बन सकती हैं। इनमें पेनकिलर और एंटीबायोटिक्स सबसे ऊपर हैं। इस बीमारी को ड्रग इंड्यूस्ड रीनल डिसऑर्डर कहा जाता है। इसलिए इन दोनों दवाओं को जरूरत से ज्यादा ना लें।
बार-बार यूटीआई और पथरी होना
जब किडनी फंक्शन खराब हो जाता है तो वह अपशिष्ट पदार्थ को पूरी तरह बाहर नहीं निकाल पाता है। जिससे यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन और किडनी स्टोन बन सकते हैं। बार-बार इन बीमारियों के होने से भी गुर्दों की बीमारी हो सकती है। इसलिए इन्हें रोकने वाले उपायों पर जरूर ध्यान दें।
स्मोकिंग और शराब का सेवन
स्मोकिंग से हाई ब्लड प्रेशर और हाई ब्लड शुगर का खतरा बढ़ता है। दोनों ही किडनी डिजीज का मुख्य कारण है। ज्यादा शराब पीने से गुर्दों को प्रेशर के साथ काम करना होता है, जिससे वो जल्दी खराब हो जाती हैं।
डिहाइड्रेशन और ओवरट्रेनिंग
सही तरीके से काम करने के लिए किडनियों को पानी की जरूरत होती है। कम पानी पीने से डिहाइड्रेशन हो जाता है, जो किडनी डैमेज कर सकता है। वहीं, ओवरट्रेनिंग करने से मसल्स टिश्यू बहुत जल्दी टूटकर खून में मिल जाते हैं और किडनी पर प्रेशर बढ़ा देते हैं।
हेल्दी किडनी की बेस्ट आदत
अगर आप किडनी को बीमारी से दूर रखना चाहते हैं तो ऊपर बताई 10 आदतों से तुरंत दूरी बना लें। इसके साथ संतुलित डाइट लें, जिसमें प्रोटीन, कार्ब्स, एंटी इंफ्लामेटरी और नमक बिल्कुल कंट्रोल में रहे। इनकी ज्यादा मात्रा शरीर का फिल्टर खराब कर सकती हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।