लिपस्टिक एक ऐसा प्रोडक्ट है जिसे महिलाएं खुद को और ज्यादा संवारने के लिए इस्तेमाल करती हैं। आपने भी कभी न अपनी मॉम या फिर सिस्टर की लिपस्टिक बचपन में ट्राइ की ही होगी। आपको यह भी याद होगा कि जब आप अपनी मॉम की लिपस्टिक लगाती थीं तो कैसे उनसे डांट पड़ती थी। वह डांट इसलिए नहीं पड़ती थी कि आपने उनकी लिपस्टिक लगाई है, बल्कि इसलिए पड़ती थी कि उस लिपस्टिक को लगाने और उसके मुंह में चले जाने से आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता था।
रोजाना लाखों महिलाएं दिन में कई बार लिपस्टिक लगाती हैं। लिपस्टिक महिलाओं की खूबसूरती में चार चांद लगा देती है, लेकिन शायद ही आप जानती होंगी कि यह सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक है।
लिपस्टिक क्यों है नुकसानदायक ?
दरअसल, लिपस्टिक में लेड होता है, जो एक न्यूरोटॉक्सिन होता है और इसकी वजह से लर्निंग और लैंग्वेज संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। हालांकि, सभी लिपस्टिक्स में लेड नहीं होता और न ही कोई ब्रांड अपने प्राेेडक्ट की सामग्री में लेड होने के बारे में बताता है।
सबसे परेशानी की बात यह है कि होंठ हमारे शरीर का एक ऐसा हिस्सा है, जहां से कोई भी चीज सीधे शरीर में प्रवेश कर सकती है यानी अगर लिपस्टिक में लेड है तो फिर होंठ उसे आसानी से एब्जॉर्ब कर सकते हैं।
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया द्वारा की गई एक स्टडी के अनुसार, जब एक महिला लिपस्टिक लगाती है और फिर उसे दिन में 2 से 4 बार अप्लाइ करती है तो वह दिन में कम से कम 87 मिलीग्राम लिप्स्टिक एब्जॉर्ब करती है।
गहरे रंग हैं अधिक हानिकारक
कॉस्मेटिक फिजिशियन के अनुसार, ‘अगर कोई महिला रोजाना लिपस्टिक लगा रही है तो फिर यह उसके लिए चिंता की बात है और उसे सचेत हो जाना चाहिए। लाल और गहरे रंग की लिपस्टिक में धातुओं की अधिकता होती है। लिपस्टिक लगाने के बाद होंठों को बार-बार चाटना, टच करना या फिर लंबे समय तक टिकने वाले कलर लगाना काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं।’
बचाव के लिए क्या करें?
लिपस्टिक में लेड समेत कई अन्य धातु अत्यधिक मात्रा में नहीं होते। यही वजह है कि अगर ये हमारे मुंह में चले भी जाएं तो इनसे मेजर लेवल पर नुकसान नहीं होगा। फिर भी यह सलाह दी जाती है कि लिपस्टिक और अन्य कॉसमेटिक्स को बच्चों से दूर रखना चाहिए क्योंकि यह वाकई बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं। बेहतर है कि लिपस्टिक लगाने से पहले आप अपने होंठों पर एक बेस लगाएं और दिन भर लिपस्टिक लगाने की अपनी आदत को बदल दें।