इन दिनों मौसम में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। वर्तमान समय में दिन में हल्की गर्मी और रात में हल्की ठंड हो रही है। इसके कारण लोग तेजी से बीमार हो रहे हैं। ऐसे में बदलते मौसम में स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा सचेत रहने की जरूरत है। जरा सी लापरवाही सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है।
फाल्गुनी बयार के बीच दिन के मौसम में गरमाहट बढ़ती जा रही है। दिन का तापमान भी बढ़कर 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया है। इस बीच रात का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह रहा है।
दिन व रात के तापमान में करीब 15 डिग्री सेल्सियस के अंतर के कारण लोगों में सर्दी जुकाम व बुखार के अलावा गले में दर्द व थकान जैसी बीमारियां सामने आने लगी हैं।
डॉक्टरों के क्लीनिक में भी बीमार लोगों की संख्या बढ़ी है। ऐसे में चिकित्सक बीमारियों से बचने के लिए अपेक्षित सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं।
चिकित्सकों की मानें तो तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण शरीर अपने आप को उसके अनुसार ढाल नहीं पाता जिससे लोग बीमारियों के शिकार हो जाते हैं।
उन्होंने बताया कि इस बदलते मौसम में इम्युन सिस्टम कमजोर हो जाता है। ऐसे में सर्दी, जुकाम और बुखार की परेशानी आम बात है। शाम के समय पर्याप्त कपड़े पहन कर ही निकलना चाहिए। बदलते मौसम में वायरल बुखार के मामले बढ़ते हैं।
बदलते मौसम का असर बड़ों के साथ बच्चे पर भी पर पड़ रहा है। वायरल बुखार की चपेट में आ रहे हैं। इसलिए इस मौसम में बच्चों तथा बुजुर्गों को ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। कभी सर्द और कभी गर्म मौसम होने के कारण सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार, गले में दर्द, थकान जैसी बीमारियां लोगों को परेशान कर रही है। सबसे पहले बच्चे इनकी चपेट में आते हैं। बीमारियों से बचने के लिए बच्चों के कपड़ों को साफ रखना चाहिए तथा साफ-सफाई पर पूरा ध्यान रखना चाहिए।
0 बीमारियों से बचने के लिए बरते सावधानी
चिकित्सकों की मानें तो मौसम में बदलाव अपने साथ बहुत सारी बीमारियां साथ ले आती है। खान-पान पर ध्यान देने की जरूरत है। पौष्टिक आहार लेना चाहिए, इससे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। पर्याप्त पानी पीना चाहिए। मौसमी फलों एवं सब्जियों का खाने में प्रयोग करना चाहिए। विटामिन सी वाले फल जैसे संतरा, नींबू ज्यादा लेना चाहिए। क्योंकि यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है।
डिस्क्लेमर : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। Today Studio लेख की पुष्टि नहीं करता है। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लें।