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स्वास्थ्य

क्या है इम्पोस्टर सिंड्रोम? …कहीं आप भी तो इसकी चपेट में नहीं, जानें लक्षण और उपाय

इम्पोस्टर सिण्ड्रोम एक मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम है। इसमें व्यक्ति खुद की क्षमताओं और सफलता को ही शक की निगाहों से देखने लगता है। व्यक्ति अपना आत्मविश्वास खोने लगता है और काफी निगेटिव बातें करने लगता है। इंपोस्टर सिंड्रोम से जूझने वाला व्यक्ति आगे चलकर एंग्जाइटी और डिप्रेशन का शिकार भी हो सकता है।

मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी इंपोस्टर सिंड्रोम एक ऐसी बीमारी है जिसे डॉक्टर भी आसानी से नहीं पकड़ पाते हैं। इस मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम का असर व्यक्ति के काम और रिश्तों पर भी पड़ता है।

0 लक्षण
– अपनी परफारमेंस से नाखुश रहना और निंदा करना
– अपनी योग्यता और कौशल का वास्तविक मूल्यांकन करने में असमर्थ होना
– अपनी सफलता का श्रेय बाहरी कारणों को देना
– इस बात का डर होना कि वह लोगों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाएगा।
– खुद के काम पर ही शक करना।
– बहुत ज्यादा चुनौतीपूर्ण लक्ष्य निर्धारित करना और चूक जाने पर निराश होना।

0 बचने के उपाय
– आप कैसा महसूस कर रहे हैं इसके बारे में अन्य लोगों से बात करें। निगेटिव विचार तब पनपने लगते हैं, जब उन्हें छिपाया जाता है और उनके बारे में बात नहीं की जाती।
– दूसरों की मदद करने का प्रयास करें। अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति को देखते हैं जो अजीब या अकेला लगता है तो उसे समूह में लाने की कोशिश करें। इससे आपके अंदर का कान्फिडेंस लेवल बढ़ेगा।
– अपनी क्षमताओं पर अगर आपको शक है तो अपनी क्षमताओं का मूल्यांकन करें। अपनी उपलब्धियां लिखें और आप किस चीज में अच्छे हैं इसकी तुलना अपने आत्म मूल्यांकन से करें।
– काम को पूरी तरह से करने पर ध्यान केंद्रित न करें बल्कि उसे सही तरीके से करें। ऐसा करने से आप इंपोस्टर सिंड्रोम से छुटकारा पा सकते हैं।
– जैसे ही आप अपनी क्षमताओं का आंकलन करना शुरू करते हैं और छोटे कदम उठाते हैं तो खुद से सवाल करें कि आपके विचार तर्कसंगत हैं या नहीं।
– जब आप दूसरों से अपनी तुलना करते हैं तो आप खुद में कुछ दोष पाएंगे, जो आपके अंदर अच्छा ना होने की भावना को बढ़ावा देता है। इसकी जगह बातचीत के दौरान दूसरा व्यक्ति क्या कह रहा है, उसे सुनने पर ध्यान केंद्रित करें और अधिक सीखने में रूचि रखें।
– सोशल मीडिया का उपयोग कम करें, ऐसा करने से आप कई तरह की मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम से बचे रहेंगे। अपनी भावनाओं से लड़ने की जगह उन्हें स्वीकार करने का प्रयास करें। जब आप इन भावनाओं को स्वीकार करेंगे, तभी मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम से छुटकारा मिल सकेगा।
– नियमित व्यायाम और ध्यान करें। सही आहार खाएं और पर्याप्त आराम करें।

 

डिस्क्लेमर : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। Today Studioलेख की पुष्टि नहीं करता है। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लें।