बीजिंगः चीन की सरकारी मीडिया में दावा किया गया है कि सुपर गायों की सफल क्लोनिंग के बाद चीन के डेयरी उद्योग को उन्नत नस्ल की गायों को विदेशों से आयात करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। चीन की स्टेट मीडिया ने वैज्ञानिकों की इस उपलब्धि को देश के डेयरी उद्योग के लिए नई क्रांति बताया है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सुपर गायों की सफल क्लोनिंग से आयातित नस्लों पर चीन की निर्भरता कम होगी। नार्थवेस्ट यूनिवर्सिटी आॅफ एग्रीकल्चरल एंड फारेस्ट्री साइंस एंड टेक्नोलाॅजी के वैज्ञानिकों ने सुपर काॅऊ के 3 बछड़ों की सफल क्लोनिंग 23 जनवरी को लूनर न्यू ईयर से पहले के हफ्ते में किया। चीनी वैज्ञानिकों ने सफलतापूर्वक 3 सुपर गायों का क्लोन बनाया है, जो असामान्य रूप से उच्च मात्रा में दूध का उत्पादन कर सकती हैं। चीनी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार सुपर गायों की बदौलत चीन दूध उत्पादन में दुनिया का अग्रणी देश बन सकेगा। ये तीनों बछड़े होल्स्टीन फ्रेजियन नस्ल की गायों से क्लोन किए गए, जो नीदरलैंड में पाई जाने वाली नस्ल है। होल्स्टीन फ्रेजियन नस्ल वाली गायें अत्यधिक दुग्ध उत्पादक मानी जाती हैं। इस नस्ल की एक गाय प्रतिवर्ष 18 टन दूध या अपने जीवनकाल में 100 टन दूध का उत्पादन करने में सक्षम होती है।
