त्रिपोली। उत्तर अफ्रीकी देश मोरक्को में जहां भूकंप का कहर टूटा है, वहीं उत्तरी अफ्रीका देश लीबिया में बाढ़ आफत बनकर आई है। जोरदार बारिश की वजह से देश के दो बांध टूट गए, जिससे आई बाढ़ ने डेरना शहर को तबाह कर दिया। इस तबाही में 5000 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 20 हजार लोग लापता हो गए हैं। पूरा शहर ही बाढ़ में खत्म हो गया है, यही नहीं आसपास के इलाकों को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
अकेले डेरना शहर में 5,200 लोग बाढ़ में मारे गए हैं। पूर्वी लीबिया में सरकार चला रहे गुट के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता तारेक अल-खर्राज ने कहा कि कम से कम 20 हजार लोग इस आपदा में लापता हो गए हैं। उन्होंने कहा कि इन लापता लोगों के मिलने पर मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। आशंका जताई जा रही है कि लापता हुए लोगों में से ज्यादातर पानी में ही डूब गए हैं, और उनके शवों की तलाश की जा रही है। हालात ऐसे हैं कि इमारतें ढह गई हैं। सड़कें पानी के चलते नजर ही नहीं आ रही हैं। ऐसे में प्रभावित इलाकों तक पहुंचना भी बचाव दल के लिए मुश्किल हो रही है।
हर तरफ बिखरा पड़ा है शव
देश के पूर्वी हिस्से पर नियंत्रण रखने वाले गुट उड्डयन मंत्री हिशेम अबू ने कहा कि हर तरफ शव ही नजर आ रहे हैं। इमारतों और समुद्र किनारे, सभी तरफ सिर्फ लाशें ही पड़ी हैं। डेरना शहर की कुल सवा लाख आबादी है, जिसमें करीब 20 फीसदी लोग बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। मंत्री ने कहा कि 25 फीसदी शहर गायब ही हो गया है। इससे समझा जा सकता है कि हमें किस तरह की तबाही का सामना करना पड़ा है। इस बाढ़ से लीबिया का एक और बड़ा शहर बेनगाजी भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।