रायपुर। चंद्रयान-3 की लैंडिंग देखने के लिए देशवासियों की नजरें चांद पर टिकी हुई थी। बुधवार शाम 6 बजकर 4 मिनट पर जैसे ही चंद्रयान-3 चंद्रमा पर लैंड किया, लोगों में एक अलग सा उत्साह देखने को मिला। चांद पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग के साथ ही भारत ने एक नया इतिहास रच दिया है।
इसरो के वैज्ञानिकों ने आखिरकार चंद्रयान-2 से सबक लेकर नया प्रयोग करते हुए चंद्रयान-3 पर कुछ विशेष बदलाव किया था जिसके परिणामस्वरूप चंद्रयान-3 को सुरक्षित चांद पर उतारा जा सका। पीएम मोदी को दूसरे देशों से भी बधाई संदेश आने लगे हैं।
0 14 जुलाई को किया था लाॅन्च
चंद्रयान को इसरो ने श्रीहरिकोटा से 14 जुलाई को लॉन्च किया था। 41वें दिन बाद चांद के साउथ पोल पर लैंडिंग की योजना बनाई गई थी।