प्योंगयांग- उत्तर कोरिया में जोंग के आदेश के बिना एक पत्ता भी नहीं हिल सकता है। देश में छोटे-छोटे अपराधों के लिए भी बड़ी सजा सुना दी जाती है। अब एक महिला को ऐसी ही क्रूरतापूर्ण मौत की सजा सुनाई गई है। एक ६ महीने की गर्भवती महिला को सरेआम मृत्युदंड दिया गया। उस महिला की गलती बस इतनी थी कि उसने कोरिया के संस्थापक किम इल-सुंग के चित्र की ओर इशारा किया था।
बता दें कि उत्तर कोरिया से सटे दक्षिण कोरिया के मंत्रालय की ओर से एक रिपोर्ट जारी की गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर कोरिया में छोटे-छोटे अपराधों पर भी मृत्युदंड का प्रावधान है। यहां लोगों को बहुत जल्द दोषी ठहरा दिया जाता है, उन्हें फांसी दी जाती है। रिपोर्ट में उत्तर कोरियाई शासन की हिंसक कार्रवाइयों का विवरण दिया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एक गर्भवती महिला की हत्या उस वीडियो के बाद की गई थी, जिसमें वह कथित तौर पर अपने घर में नृत्य करते समय उत्तर कोरिया के संस्थापक किम इल-सुंग के चित्र की ओर इशारा करते हुए पाई गई थी। इस मामले की खबरें स्थानीय मीडिया में आने के बाद दुनियाभर में उत्तर कोरिया की तानाशाही को धिक्कारा जा रहा है और कई ह्यूमन राइट्स ऑगर्नाजेशन इसे भयावह मानवाधिकारों का उल्लंघन बता रहे हैं।
६ नाबालिगों की हत्या
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि उत्तर कोरिया में १६ और १७ साल की उम्र के छह किशोरों को गोली मार दी गई थी। उन किशोरों पर दक्षिण कोरिया से आने वाले वीडियो फुटेज देखने और एक स्टेडियम में अफीम से नशा करने का आरोप लगाया गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर कोरियाई लोगों के शरीर पर कई ऐसे प्रयोग किए गए, जो दुनिया में अस्वीकार्य हैं।
