यरूशलम। इजरायली सेना ने दक्षिणी गाजा के सबसे बड़े शहर खान यूनिस को छोड़ऩे के लिए वहां रहने वालों पर दबाव बनाया है। शहर पर जारी हमलों के बीच इजरायली सेना ने शहर छोडऩे के निर्देश वाले अरबी में लिखे पर्चे विमान से गिराए गए हैं। इस पर्चे में शहर का नक्शा भी बना हुआ है और उसके एक चौथाई हिस्से को पीला कर चिह्नित इलाके को तत्काल खाली कर लोगों से भूमध्य सागर या और मिस्त्र सीमा की ओर बढ़ने के लिए कहा गया है। इस बीच पूरे गाजा में इजरायली सेना के जमीनी और हवाई हमले जारी हैं।
खान यूनिस के बाहर इलाके में अस्थायी आवास में परिवार के साथ रह रहे अबू मुहम्मद बताते हैं कि युद्ध के दौरान गाजा सिटी का अपना घर छोडऩे के बाद वह तीन ठिकाने छोड़ चुके हैं। हर जगह से उन्हें जान बचाने के लिए मामूली सामान लेकर भागना पड़ा। अब उनसे फिर ठिकाना छोडऩे को कहा जा रहा है। अबू कहते हैं कि इजरायली सेना को अगर मारना ही है तो गाजा सिटी (उत्तरी गाजा) वाले घर में ही मार देना था, इस तरह से परेशान करके क्यों मारा जा रहा है। वह बताते हैं कि रविवार रात खान यूनिस पर इजरायली टैंकों ने पूर्वी और उत्तरी दिशा से हमला किया, जबकि पश्चिमी दिशा से समुद्र में खड़े युद्धपोत से गोलाबारी की गई। इससे शहर का बड़ा हिस्सा लाल रोशनी के साथ होने वाले धमाकों से घंटों गूंजता रहा। डरे हुए लोग इधर-उधर भागते रहे। इन हमलों में दर्जनों लोगों के मारे जाने की आशंका है।
23 लाख आबादी वाली गाजा पट्टी में सात अक्टूबर से जारी इजरायली हमलों के चलते 80 प्रतिशत लोग बेघर हो चुके हैं। चूंकि पूरी पट्टी को इजरायली सेना ने घेर रखा है, इसलिए ये बेघर लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर ही भटक रहे हैं। एक सप्ताह के युद्धविराम को छोड़ दें तो गाजा में 52 दिनों की लड़ाई में करीब 16 हजार लोग मारे जा चुके हैं और करीब 50 हजार घायल हुए हैं। मारे गए लोगों में 70 प्रतिशत महिलाएं और बच्चे हैं। हवाई हमलों और टैंकों की गोलाबारी से ध्वस्त हुई इमारतों के मलबे में दबे लोगों की संख्या इसके अतिरिक्त है। उन लोगों को निकालने और बिछड़े लोगों को ढूंढऩे का वक्त किसी के पास नहीं है। सब अपनी जान बचाने में और बचे हुए लोग खाने-पीने-रहने की जुगाड़ में लगे हैं।
फलस्तीनी आबादी वाले वेस्ट बैंक में सोमवार को तलाशी के दौरान इजरायली सुरक्षाकर्मियों की गोलीबारी में दो लोग मारे गए और कई घायल हुए हैं। इस्तांबुल में तुर्किये के राष्ट्रपति तैयप एर्दाेगन ने कहा है कि गाजा में इजरायली सेना के अत्याचार नहीं रुके तो वह इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को युद्ध अपराधी ठहराने के लिए प्रयास करेंगे। इजरायली सेना ने उत्तरी गाजा को काफी हद अपने नियंत्रण में ले लिया है। अब वह दक्षिणी गाजा पर ध्यान केंद्रित कर रही है। फिलहाल दस लाख से ज्यादा आबादी वाला शहर खान यूनिस और बलाह अल-दैर उसके निशाने पर हैं।
इजरायली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा है कि पूरी गाजा पट्टी में जमीनी कार्रवाई की जाएगी। हमास के आतंकियों को हम हर जगह ढूंढ़कर मारेंगे। इजरायल के मुख्य सहयोगी अमेरिका ने सार्वजनिक रूप से आबादी वाले इलाकों में सैन्य कार्रवाई में संयम बरतने के लिए कहा है, लेकिन घनी आबादी के बीच ठिकाना बनाए हमास लड़ाकों के खिलाफ कार्रवाई में आमजनों को बचाना मुश्किल हो रहा है। बताया गया है कि हमास ने आबादी वाले इलाकों के नीचे अपनी सुरंगें और भूमिगत ठिकाने बना रखे हैं, ऐसा उसने आमजनों को ढाल बनाने और संसाधनों की मदद मिलने के लिए किया है। इन्हीं वजहों से हमास के खिलाफ इजरायली सेना की कार्रवाई लंबे समय तक चलने की आशंका जताई जा रही है।