इस्त्राइल। मां-बाप अपने बच्चों से कितना प्यार करते हैं, इसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल है। इस्त्राइल में इन दिनों भीषण युद्ध चल रहा है। इसी दौरान दिल को झकझोर देने वाली तस्वीर सामने आई है। अपने बेटे की जान बचाने के लिए माता-पिता ने अपनी जान गंवा दी। इस्त्राइली मीडिया के अनुसार युद्ध में करीब 800 इस्त्राइली नागरिकों की मौत हो गई। वहीं 490 फिलीस्तीनी नागरिकों की जान चली गई।
इस्त्राइल में रहने वाले डेबोरा और श्लोमी माटियास और उनका 16 साल का बेटा रोटेम माटियास हमले के दौरान घर में छिपे हुए थे। इसी दौरान आतंकी घर में घुस गए। मृतकों के पिता एलान ट्रोएन ने बताया कि आतंकी दरवाजा तोड़कर घर में घुसे थे। उन्होंने रोटेम को अपने निशाने पर ले लिया। बच्चे की जिंदगी बचाने के लिए डेबोरा और श्लोमी ने अपने बेटे को हटाकर गोली खुद पर ले ली, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हालांकि गोली रोटेम को भी लगी। वह अस्पताल में भर्ती है। एलान ट्रोएन ब्रैंडिस विश्वविद्यालय में इस्त्राइली अध्ययन के प्रोफेसर हैं। इसके अलावा वे शूस्टरमैन सेंटर ऑपफ इस्त्राइल स्टडीज के संस्थापक निदेशक भी है। मामले में बै्रंडिस यूनिवर्सिटी ने भी एक बयान जारी किया हैं। उन्होंने कहा कि प्रोफेसर ट्रोएन के परिवार के साथ दुखद घटना हुई है। हम दुखी हैं।यूनिवर्सिटी ने हमास आतंकियों की निंदा की है।
इस्त्राइल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने शनिवार को कहा कि गाजा को लेकर कोई विवाद नहीं है। हम विश्वास दिलाना चाहते हैं कि हम शैतानों को हरा देंगे। हमारे पास युद्ध के अलावा कोई विकल्प नहीं हैं। कई इस्त्राईली नागरिकों को हमास ने बंधक बना लिया है। हम उन्हें हमास के चंगुल से जरूर छुड़ाएंगे। हमास को इस्त्राइली विदेश मंत्री ने चेतावनी दी है कि किसी भी बंधक को नुकसान पहुंचाने की कोशिश न करें। इधर हमास के आतंकियों ने कहा है कि इस्त्राइल का बंदला बंधकों से लेंगे। उन्होंने कहा कि लाइव इस्त्राइली बंधकों की हत्या करेंगे।