राजस्थान/ बूंदी । लगातार 3 दिनों से बारिश और ओले गिरने से खेत में लगी फसल नष्ट हो जाने से परेशान एक किसान ने कीटनाशक का सेवन कर अपनी ईहलीला समाप्त कर ली है। इस घटना के बाद से गांव में सन्नाटा पसर गया है। घटना के बाद बूंदी जिले के तालेड़ा थाना पुलिस जांच में जुट गई है।
बताया जाता है कि किसान पृथ्वीराज बेरवा ने कुछ समय पहले बेटे की शादी के लिए उधार लिया था। बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसान की 3 बीघा गेहूं की खड़ी फसल बर्बाद हो गई। इसके कारण वह सदमे में चला गया और उसने कीटनाशक का सेवन कर खुदकुशी कर ली। बूंदी जिले के तालेड़ा थानांतर्गत बाजड गांव का रहने वाला किसान पृथ्वीराज बेरवा ने खेत में 3 बीघा गेहूं की फसल की बुवाई कर रखी थी। इसे काटने का समय भी आ गया था, लेकिन बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने खेत में खड़ी फसल को बर्बाद कर दिया। फसल नष्ट हो जाने से रोजी-रोटी की समस्या के साथ ही कर्ज चुकाने की चिंता से वह परेशान हो गया और खेत में ही कीटनाशक का सेवन कर लिया।
घरवालों का कहना है कि किसान पृथ्वीराज फसल को बर्बाद होता देख वह सदमे में चला गया। किसान के ऊपर लगभग 8 लाख रुपये का कर्ज था। ऐसी स्थिति में फसल को हुए नुकसान को वह झेल नहीं सका और उसने खेत में रखा कीटनाशक पी लिया। घटना की जानकारी जब परिजनों को हुई तो उसे आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया लेकिन ईलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
