जांजगीर-चांपा। जिले में स्कूली बच्चों को तालिबानी सजा देने जैसी घटना सामने आ रही है। जानकारी मिलने के बाद बच्चों के परिजन चिंतित नजर आने लगे हैं। दरअसल छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले में संचालित शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला तेंदुआ में बच्चों ने अपने शिक्षक पर शराब के नशे में डंडे से पिटाई करने का आरोप लगाया है। हालांकि शिक्षक ने इन सभी आरोप को निराधार बताया है।
कक्षा सातवीं की छात्रा रोते हुए घटना की जानकारी दी। इस छात्रा के अलावा पूरे कक्षा ने अपने शिक्षक पर शराब के नशे में स्कूल पहुंचने और पिटाई करने का आरोप लगाया है। बच्चों का कहना है कि आए दिन गुरूजी शराब के नशे में स्कूल पहुंचते हैं। पढ़ाई के नाम पर कुछ भी नहीं करते। साथ ही आए दिन बच्चों को पीटा भी जाता है। एक तस्वीर कैमरे में कैद हुई है वह भी इस तालिबानी सजा की गवाही दे रहा है। बच्चों का कहना है कि उन्हें सुविधा के नाम पर स्कूल में कुछ भी नहीं मिल रहा। यहां तक की एकमात्र बाथरूम में भी ताला लटका रहता है। बारिश के मौसम में छज्जा भी बच्चों के ऊपर गिर गया था। इस संबंध में शिक्षक से जानकारी ली गई तो उनका जवाब काफी हास्यास्पद था। शिक्षक का कहना था कि वह ज्यादा नहीं पीते। इसके साथ ही पिटाई के जवाब में उन्होंने कहा कि वह हाथ पैर में मारना चाहते थे, जो गलती से जांघ पर लग गया। बहरहाल मामले को विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया है। जांच के बाद ही दूध का दूध और पानी हो सकेगा।