चिरकुंडा (धनबाद)। कुमारधुबी कोलियरी क्षेत्र में केवल तीन हजार रुपये के लिए रिश्तों का खून कर दिया गया। चाचा पिंटू राम ने अपने ही तीन साल के मासूम भतीजे शिवा को अगवा किया, फिर उसे मार दिया। चिरकुंडा थाने की पुलिस ने बुधवार को बच्चे का शव बरामद किया है।
पुलिस के सामने उसने अपना गुनाह नहीं कबूला। बाद में रिश्तेदारों ने जमकर शराब पिलाई तो उसने सारा सच उगल दिया। उसने गला दबाकर भतीजे की हत्या कर रेलवे लाइन के किनारे जंगल में उसकी लाश फेंक दी। आरोपित चाचा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना से क्षेत्र के लोग सन्न हैं।
कुमारधुबी कोलियरी निवासी छोटेलाल राम के बड़े पुत्र शैलेश राम और छोटे पुत्र पिंटू राम के बीच रुपये के लेनदेन को लेकर रविवार को विवाद हुआ था। शैलेश का कहना है कुछ दिन पहले हमारी पत्नी ने पिंटू से तीन हजार रुपये लिए थे। रविवार को पिंटू ने अपनी भाभी से रुपये वापस मांगे। उन्होंने कहा कि कुछ दिन रुक जाओ, जल्द इंतजाम करके लौटा देंगे। तुम तो घर के ही सदस्य हो। पर पिंटू नहीं माना। तुरंत रुपये की मांग करने लगा, हमने बीच-बचाव किया, तो पिंटू ने हम दोनों से मारपीट की। वह शराब भी पीकर आया था। इसके बाद नशे में ही हमारे तीन साल के बच्चे शिवा को ले गया। शाम तक बेटा नहीं आया तो पूरा परिवार घबरा गया। उसकी खोज की।
शैलेश ने आगे कहा, पिंटू को फोन किया तो उसने उठाया नहीं। तब चिरकुंडा थाने में शिकायत की। पुलिस सोमवार को पिंटू को पकड़कर थाने ले गई। पूछताछ के बाद भी बच्चे के बारे में कुछ नहीं बताया। मंगलवार की शाम पुलिस ने स्वजन के कहने पर उसे छोड़ दिया। बुधवार की सुबह स्वजन व रिश्तेदारों ने पिंटू को खूब शराब पिलाई। उसके बाद पूछताछ की, तो उसने बताया कि बच्चे को मारकर जंगल में फेंक दिया है। स्वजन उसे लेकर कुमारधुबी रेलवे लाइन के किनारे जंगल में ले गए। वहां बच्चे का शव मिला।
गला दबाकर की बच्चे की हत्या
बच्चे का सिर धड़ से अलग था। दोनों हाथ नहीं थे। पिंटू ने बताया कि बच्चे का मुंह व गला दबाकर मारा। इधर ग्रामीणों ने आशंका जताई कि संभवतः जानवरों ने शव को क्षत विक्षत कर दिया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पिंटू से पूछताछ हो रही है। शिवा अपने मां-बाप का इकलौता लड़का था। उसकी दो बहनें हैं। पिता दिहाड़ी मजदूरी करते हैं।