Home » हाथियों का झुंड ट्रेन से टकराया, एक हाथी के बच्चे की मौत
झारखंड

हाथियों का झुंड ट्रेन से टकराया, एक हाथी के बच्चे की मौत

चक्रधपुर। झारखंड के चक्रधपुर में 23 हाथियों के झुंड से मालगाड़ी की सीधी टक्कर हो गई। इस टक्कर में एक हाथी के बच्चे की मौत हो गई। एक बच्चे और एक व्यस्क हाथी घायल हो गए। घटना बंडामुंडा स्टेशन के पास सोमवार करीब रात 10 बजे की बताई जा रही है। इस हादसे की वजह से कई ट्रेनों का परिचालन 5 से 6 घंटे के लिए बाधित रहा। हादसे की सूचना मिलने पर रात करीब एक बजे रेल कर्मियों ने ट्रैक से शव को हटाया। इसके बाद करीब 2.15 बजे पांच घंटे बाद अप लाइन पर ट्रेनों का परिचालन शुरू हो सका। इस दौरान समलेश्वरी एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनें जहां-तहां खड़ी रहीं।

हादसे की सूचना वन विभाग को मंगलवार की सुबह मिली। डीएफओ यशवंत सेठी समेत कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। शव को पोस्टमॉर्टम के बाद दफना दिया गया। वहीं, ट्रेन के सहायक चालक कवि राज महतो को हिरासत में ले लिया। इस बात की जानकारी जब बंडामुंडा क्रूलॉबी में मौजूद लोको पायलटों को हुई तो प्रदर्शन शुरू की। हालांकि वन विभाग ने दुर्घटना के समय ट्रेन की स्पीड और घटना की जानकारी लेने के बाद दोपहर करीब साढ़े तीन बजे रिहा कर दिया। इस मालगाड़ी को चालक मनोज कुमार और सहायक चालक कवि राज महतो चला रहे थे।

जानकारी के मुताबिक, सोमवार की रात हावड़ा-मुंबई मेन लाइन पर बंडामुंडा ए केबिन के पास 23 हाथियों का झुंड रेल लाइन पार कर रहा था। तब एक मालगाड़ी दूसरी लाइन पर खड़ी थी। उसी दौरान अप मेन लाइन पर एन बॉक्स नामक मालगाड़ी आ गई, जिसे देख हाथी इधर-उधर भागने लगे। इसी क्रम में आठ माह का नन्हा हाथी मालगाड़ी की चपेट में आ गया। जिससे उसकी मौत हो गई। बंडामुंडा ए केबिन के पास किमी संख्या 404/8-10 के पास हुई घटना के बाद ट्रेनों का परिचालन पांच घंटे तक ठप रहा। कई ट्रेनें जहां-तहां फंसी रहीं। इसमें 22905 ओखा हावड़ा एक्सप्रेस पानपोष, 18190 एर्नाकुलम टाटानगर एक्सप्रेस, 18114 बिलासपुर टाटानगर एक्सप्रेस, 12810 हावड़ा मुंबई मेल सहित कई ट्रेनें शामिल हैं। सभी ट्रेनें एक से दो घंटे देर से रवाना हुईं।