झारखंड विधानसभा चुनाव के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के सर्वोच्च पुरस्कार का नाम भगवान बिरसा मुंडा-भगवान सिदो कान्हू रखने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अगर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की सरकार सत्ता में आती है तो इस संबंध में निर्णय पहली कैबिनेट बैठक में लिया जाएगा। उन्होंने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। बता दें कि झारखंड में विधानसभा चुनाव जारी है। पहले चरण के मतदान के बाद 20 नवंबर को दूसरे चरण का मतदान होने वाला है। नतीजे 23 नवंबर को जारी होंगे।
सोशल मीडिया पर हेमंत सोरेन ने दी जानकारी- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने कहा, ‘भगवान बिरसा मुंडा – भगवान सिदो-कान्हू पुरस्कार’ होगा झारखण्ड के सर्वोच्च पुरस्कार का नाम। आपकी अबुआ सरकार की पहली कैबिनेट का यह पहला फैसला होगा। झारखण्ड के वीर शहीद अमर रहें! जय झारखण्ड!
25 साल की उम्र में बिरसा मुंडा की हो गई थी मौत- झारखंड में महान स्वतंत्रता सेनानी और जनजातीय अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले आदिवासी नायक बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाई गई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा स्पीकर ओम बिरला और राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन हरिवंश नारायण सिंह सहित कई अन्य नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की थी। बिरसा मुंडा का जन्म 1875 में हुआ था। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ आदिवासी विद्रोह का नेतृत्व किया था। महज 25 वर्ष की आयु में ही उनकी मौत हो गई थी।