बोकारो/जैनामोड़: बोकारो के बनचास गांव की रहने वाली 55 साल की आदिवासी फूलमनी देवी को डायन बताकर उसकी हत्या कर दी गई। रविवार को गांव के ही दो भाइयों राजेश किस्कू और अजय किस्कू ने आदिवासी महिला को टांगी से हमला करके बेरहमी से हत्या कर दी।
जानकारी के मुताबिक, अजय के ढाई साल के बेटे की एक महीने पहले मौत हो गई थी। उसे शक था कि फूलमनी के जादू-टोने के कारण बच्चे की जान गई। जरीडीह थाना क्षेत्र में हुई इस घटना से साफ है कि अंधविश्वास की जड़ें आज भी गहरी हैं। फूलमनी के बेटे किशुन किस्कू ने बताया कि अजय के बेटे की जब मौत हुई, तो उसने मां पर डायन होने का आरोप जड़ा था।
फूलमनी के बेटे किशुन किस्कू ने बताया कि शनिवार को मां गांव से तीन किमी दूर खंदरी अहार टोंगरी जंगल में गाय-भैंस चराने गई थी। देर तक जब मां नहीं आई तो, पत्नी सिमोली देवी जंगल में गई। उसने देखा कि जानवर एक जगह नहीं चर रहे और मां भी नहीं दिख रही थी। इसके बाद जब मां की खोजबीन की गई, तो मां का शव झाड़ियों के बीच मिला। उनके शरीर पर साड़ी नहीं थी। बेटे ने आरोप लगाया कि गांव के अजय ने भाई के साथ मिलकर मां की डायन कहकर हत्या की है। जंगल में घसीटे जाने के निशान भी मिले है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।