झारखंड। पश्चिम सिंहभूम जिले के मनोहरपुर में पुलिस ने दो सहायिका (स्वास्थ्य कार्यकर्ता) समेत तीन महिलाओं को प्रसव के बाद एक महिला की मौत और उसके नवजात बच्चे को बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
हाल ही में जिले के टोरी-टोला इलाके में दोनों सहायिकाओं ने पीड़िता मुन्नी चंपिया को अवैध तरीके से घर में ही बच्चे को जन्म देने के लिए मजबूर किया था। पुलिस उपायुक्त अनन्य मित्तल ने बताया कि 30 सितंबर को बच्चे (लड़के) को जन्म देने के बाद एक अक्टूबर को महिला की मौत हो गई। सहायिकाओं की पहचान साधना साहु और चंदु चंपिया के तौर पर की गई । महिला की मौत के बाद दोनों ही सहायिकाओं ने उसके नवजात बच्चे को सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल निवासी गुड्डी गुप्ता को बेच दिया। काफी हंगामे के बाद गुड्डी गुप्ता बच्चे को वापस लौटाने आई थी, तभी प्रशासन ने इस मामले पर त्वरित कार्रवाई की और तीनों महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया।
तीनों महिलाओं के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और किशोर न्याय अधिनियम बाल कल्याण एवं संरक्षण 2015 के तहत मामला दर्ज किया गया है। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि पीड़िता शादीशुदा नहीं थी और अपने माता-पिता की मृत्यु के बाद वह अपने मामा के आवास पर रहती थी।