हिन्दी व अंग्रेजी माध्यम के 55 स्कूल हैं संचालित
कोरबा। जिले में स्वामी आत्मानंद हिन्दी-अंग्रेजी माध्यम के कुल 55 स्कूल संचालित हैं, जिनमें शिक्षकों के कुल 180 पद स्वीकृत हैं, जिसमें 110 पर ही भर्ती हो सकी है। शेष 70 पद अब भी खाली हैं, जिन पर भर्ती नहीं हो सकी है। पद रिक्त वाले स्कूलों में हिन्दी माध्यम के स्वामी आत्मानंद स्कूल शामिल हैं।
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा स्वामी आत्मानंद स्कूलों का संचालन जिले में शुरु किया गया है। शुरुआती दौर में अंग्रेजी माध्यम के ही स्वामी आत्मानंद स्कूल शुरु किए गए थे। बाद में हिन्दी माध्यम के भी स्कूलों को स्वामी आत्मानंद स्कूल योजना से जोड़कर उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम स्कूल नाम दिया गया। आम लोगों की मांग पर प्रत्येक ब्लॉक में अंग्रेजी माध्यम के स्वामी आत्मानंद स्कूल प्रारंभ किए गए और वहीं ब्लॉक में ही चलने वाले हिन्दी माध्यम के बड़े स्कूलों को स्वामी आत्मानंद स्कूल का दर्जा दिया गया। हिन्दी माध्यम के उन बड़े स्कूलों का चयन स्वामी आत्मानंद में किया गया। जहां सभी तरह के संसाधन थे और छात्र-छात्राओं की संख्या अधिक थी। इसके पीछे सरकार की मंशा यह थी कि हिन्दी माध्यम के स्कूलों का शैक्षणिक स्तर सुधारा जाए। इसी मंशा को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग जिले के स्कूलों में हिन्दी माध्यम के स्वामी आत्मानंद स्कूल प्रारंभ किए गए। अंग्रेजी और हिन्दी माध्यम मिलाकर कुल 55 स्कूल संचालित हैं। इनमें 38 हिन्दी माध्यम के स्कूल हैं और 22 व्याख्याता के पद खाली हैं। इनके अलावा विभागीय स्टॉफ की भर्ती नहीं होने से कामकाज प्रभावित हो रहा है। शिक्षा सत्र 2023-24 में 6 नए स्कूल खोले गए हैं। जरुरतमंद बच्चों को निरूशुल्क अंग्रेजी स्कूल देने के उद्देश्य से शुरु किए गए इन स्कूलों में लॉटरी पद्धति के माध्यम से प्रवेश दिया जाता है, लेकिन स्कूलों में व्याप्त शिक्षकों की कमी को दूर करने संबंधी शासन स्तर से उस गति से प्रयास नहीं हुए जिसकी आवश्यकता बनी हुई है।
अटैच शिक्षकों से चलाया जा रहा है काम
स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित न हो इसलिए अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई वाले शिक्षकों को जो हिन्दी माध्यम के स्कूलों में पदस्थ हैं उन्हें स्वामी आत्मानंद स्कूल में अटैच कर पढ़ाई व्यवस्था संचालित की जा रही है। सबसे अधिक समस्या अंग्रेजी माध्यम वाले आत्मानंद में है। यहां के लिए शिक्षकों की भर्ती नहीं हो रही है। वहीं दूरस्थ क्षेत्रों में शहर के शिक्षक जाना नहीं चाहते। स्थानीय सर्व शिक्षा विभाग ने अपने स्तर पर स्वामी आत्मानंद स्कूलों की व्यवस्था को व्यापक स्तर पर सुधारा है और स्कूल संचालित किया जा रहा है। एक साथ 5-6 स्कूली की स्वीकृति देने से शिक्षकों की व्यवस्था करना भी शिक्षा विभाग के सामाने समस्या खड़ी हो जाती है।
आचार संहिता से लगा ब्रेक
हिन्दी और अंग्रेजी माध्यम के स्वामी आत्मानंद स्कूलों में व्याख्याता और सहायक शिक्षकों की भर्ती के लिए शिक्षा विभाग द्वारा आवेदन आमंत्रित किया गया था लेकिन चुनाव आचार संहित लागू होने से पूरी व्यवस्था रोक दी गई और अभी भी भर्ती प्रक्रिया बंद पड़ी हुई और दिसंबर महीना शुरु हो गई, स्कूलों में अर्द्धवार्षिक परीक्षा भी शुरु हो गई है। पढ़ाई के संचालन के लिए शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को अटैच किया है। अब चूंकि आचार संहिता समाप्त हो गई है। भर्ती प्रक्रिया भी शुरु हो जाएगी। शिक्षा विभाग को शासन के निर्देश का इंतजार है।