Delhi.आज पूरी दुनिया में हथियार रखने की होड़ मची हुई है, हर देश चाहता है उनके देश में अधिक से अधिक घातक हथियार हो. स्वीडन के रक्षा अनुसंधान संगठन स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (एसआईपीआरआई) ने अपनी हालिया रिपोर्ट जारी की। जिसमें कहा कि भारत की दुनिया के हथियारों और सैन्य उपकरणों के कुल आयात में हिस्सेदारी 11 फीसदी है।
हा ही के कुछ वर्षों में चीन के साथ हुए सीमा विवादों को लेकर भारत काफी सतर्क है। पिछले कुछ वर्षों में रक्षा क्षेत्र में जिस तरह से उपाय किए गए हैं उसके जरिए भारत रक्षा क्षेत्र में काफी मजबूत हुआ है। साथ ही पीएम मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के नारे के तहत रक्षा मंत्रालय ने हथियारों और सैन्य उपकरणों के आयात में काफी कटौती की है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टों का कहना है कि भारत अभी भी 2012 और 2018 के बीच विदेशों से हथियारों और सैन्य उपकरणों का शीर्ष आयातक है। हालांकि वर्ष 2013-17 और 2018-22 के बीच इसके आयात में 11 प्रतिशत की गिरावट आई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत सबसे ज्यादा रूस से हथियार खरीदता है तो पाकिस्तान चीन से।
आत्मनिर्भर भारत से आयात में आई कमी
स्वीडन के रक्षा अनुसंधान संगठन स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (एसआईपीआरआई) ने अपनी हालिया रिपोर्ट जारी की। जिसमें कहा कि भारत की दुनिया के हथियारों और सैन्य उपकरणों के कुल आयात में हिस्सेदारी 11 फीसदी है। हालांकि, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि केंद्र सरकार के रक्षा क्षेत्र में स्वदेशी उत्पादन को समर्थन मिलने से आयात पर काफी प्रभाव भी पड़ा है।
पहले पर भारत से आठवें पर पाकिस्तान
अगर आंकड़ों को देखा जाए तो वैश्विक हथियारों के आयात में भारत की हिस्सेदारी पिछले पांच वर्षों में सबसे अधिक थी। इसके बाद दूसरे नंबर पर सऊदी अरब (9.6%), तीसरे पर कतर (6.4%), चौथे पर ऑस्ट्रेलिया (4.7%) और पांचवे पर चीन (4.7%) का स्थान है, साथ ही पाकिस्तान आठवें नंबर पर है। वहीं 2022 में आई रिपोर्ट में कहा गया कि 2012-16 और 2017-21 के बीच भारत का आयात 21 फीसदी गिर गया, लेकिन देश अभी भी दुनिया का सबसे बड़ा हथियार आयातक था।
सबसे ज्यादा हथियार बेचने वाले और खरीदने वाले देश
नई रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के आयात में गिरावट के कारणों में स्वदेशी निर्माण के साथ आयात को बदलने के प्रयास और एक जटिल खरीद प्रक्रिया शामिल है। ‘स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट’ (सिपरी) ने कहा कि वर्ष 2018-22 के दौरान दुनिया के पांच सबसे बड़े हथियार आयातक भारत, सऊदी अरब, कतर, ऑस्ट्रेलिया और चीन थे। रिपोर्ट के मुताबिक, पांच सबसे बड़े हथियार निर्यातकों में अमेरिका, रूस, फ्रांस, चीन और जर्मनी शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2018-22 के दौरान दुनिया के आठवें सबसे बड़े हथियार आयातक पाकिस्तान द्वारा आयात में 14 फीसदी की वृद्धि हुई, जिसमें चीन इसका मुख्य आपूर्तिकर्ता रहा। वहीं भारत ने सबसे ज्यादा हथियार रूस से खरीदे हैं।