कोरबा। पिछले कुछ सालों में जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में किंग कोबरा की मौजूदगी दर्ज की गई है। हाल ही में वन विभाग ने किंग कोबरा को लेकर सर्वे भी करवाया है। इसमें पाया गया कि किंग कोबरा काफी लंबे समय से यहां है। कोरबा का जंगल कोबरा के लिए बहुत अनुकूल है और यही वजह है कि यहां आए दिन किंग कोबरा के दर्शन हो जाते हैं। थोड़ी गर्मी-बारिश होते ही ये विषधर सांप अपने बिल से बाहर निकल आते हैं।
पसरखेत में किंग कोबरा के दिखाई देने के बाद लोगों के होश उड़ गए। इसे देखने लोगों की भीड़ जुट गई। देखते ही देखते किंग कोबरा पास के एक आम पेड़ पर चढ़ गया। इसके बाद गांव वालों ने इसकी जानकारी वन विभाग के बीट गार्ड नरेश यादव को दिया। इसकी जानकारी वाइल्डलाइफ रेस्क्यू टीम अध्यक्ष वन विभाग सदस्य जितेन्द्र सारथी को भी दिया गया। कुछ समय बाद अपनी टीम के साथ पहुंचे जितेन्द्र सारथी ने इसकी जानकारी डीएफओ को देने व उनके निर्देश पश्चात रेस्क्यू चालू किया गया। रेस्क्यू के दौरान किंग कोबरा पेड़ से नीचे आने की बजाय ऊपर चढ़ता गया। आखिरकार कुछ घंटे बीत जाने के बाद सांप नीचे आया। इसके नीचे आते ही लोगों में अफरा-तफरी मच गई। आधे घण्टे की कड़ी मशक्कत के बाद वन विभाग की मौजूदगी में लगभग 14 फीट लम्बे किंग कोबरा का रेस्क्यू किया गया। सांप का रेस्क्यू कर उसे बोरे में भरा गया, तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली। इसके पश्चात कुछ ग्रामीणों की उपस्तिथि में वहीं पास के जंगल में पंचनामा पश्चात उसे छोड़ दिया गया।