कोरबा। कोल इंडिया के चेयरमेन प्रमोद अग्रवाल संक्षिप्त प्रवास पर गेवरा पहुंच रहे हैं। संभवतः अपने कार्यकाल का यह अंतिम प्रवास माना जा रहा है। इस दौरान वे यहां 229 करोड़ से नवनिर्मित साइलो और कुसमुंडा क्षेत्र में एक वर्कशॉप का उद्घाटन करेंगे। इसके माध्यम से कोयला लदान का काम आसान करना है।
भारत सरकार की नवरत्न कंपनियों में से एक कोल इंडिया पर देश के अलावा अन्य क्षेत्रों में कोयला उपलब्ध कराने की बड़ी जिम्मेदारी है। इसके लिए कई स्तर पर काम किया जा रहा है। उसकी सहायक कंपनियों के लक्ष्य बढ़ाए जा रहे हैं। कोल इंडिया ने इसके लिए छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में विस्तारित एसईसीएल को जिम्मा दिया है कि वे नए लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए काम करें। देश ही नहीं बल्कि ब्रम्हांड की सबसे बड़ी कोयला खदान कोरबा जिले के गेवरा में काम कर रही है। हाल में ही इसके साथ संभावनाएं बढ़ी हैं और इसी लिहाज से यहां एक नए साइलो का निर्माण साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड में कराया है। भारी भरकम बजट के साथ यह तैयार हुआ है। आज इसी का उद्घाटन कोल इंडिया के चेयरमेन प्रमोद अग्रवाल के हाथों होना है। अधिकतम दो घंटे के प्रवास पर अग्रवाल इस कार्यक्रम में शामिल होने गेवरा आ रहे हैं। विभागीय सूत्रों ने बताया कि पहले से किसी को भी इस बारे में जानकारी नहीं थी। रात्रि में ही डिटेल हमारे पास पहुंचा और इसका पता चला। कार्यक्रम के अनुसार बिलासपुर के बाद श्री अग्रवाल गेवरा आएंगे और साइलों का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान गेवरा माइंस का भ्रमण करने के साथ यहां पर चल रहे विभिन्न बड़े प्रोजेक्ट की प्रगति को भी जानेंगे। कोयला मंत्रालय ने ऐसे महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए विशेष फोकस किया है और उच्चाधिकारियों को लगातार नजर रखने को कहा है। कोल इंडिया चेयरमेन गेवरा में आने के साथ जिले की बड़ी परियोजनाओं के बारे में वहां की चुनौतियों और इनके निराकरण को लेकर प्रशासन के अधिकारियों से भी चर्चा करेंगे। दोपहर 3.30 बजे गेवरा से उनकी वापसी होगी। बताया गया कि चेयरमेन के अल्प और अंतिम प्रवास को ध्यान में रखते हुए स्थानीय स्तर पर आनन-फानन में सभी जरूरी तैयारी की गई है। प्रबंधन के सभी अधिकारी इसमें व्यस्त बताए गए हैं।
सेवाकाल की समाप्ति इसी माह
भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी और टेक्नोक्रेट प्रमोद अग्रवाल को दो वर्ष पहले भारत सरकार ने कोल इंडिया का चेयरमेन बनाया था। उन्होंने अपने कार्यकाल में अनेक महत्वपूर्ण कार्य किये और कोल इंडिया को शानदार सफलता दिलाई। इस कड़ी में एसईसीएल पर ध्यान देने के साथ यहां की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के लिए योजना बनाते हुए इन्हें अंजाम तक पहुंचाया गया। चेयरमेन अग्रवाल 30 जून को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। अटकलें लगाई जा रही है कि वे अपने कार्यकाल समाप्ति से ठीक पहले उन सभी कार्यों की प्रगति और उन्हें पूर्ण होते हुए देखना चाहते हैं।