कोरबा। देशभर में दशहरा का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। असत्य पर सत्य की जीत के इस पर्व को विजयादशमी कहते हैं। इस दिन भगवान श्रीराम ने रावण का वध कर लंका पर विजय हासिल की थी। मान्यता ये भी है कि मां दुर्गा ने महिषासुर राक्षस का इसी दिन वध किया था। दशहरा के दिन शस्त्र पूजन की भी परंपरा है जिसे पुलिस विभाग में बखूबी निभाया जाता है।
जिले में दशहरा पर्व को लेकर लोगों में विशेष उत्साह नजर आ रहा है। जिले में जगह-जगह रावण पुतले का निर्माण किया गया है जिसका आज देर शाम दहन किया जाएगा। वहीं हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी सीएसईबी दर्री के लाल मैदान में दशहरा पर्व बड़े ही उल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस बार 110 फीट का रावण पुतला बनाया गया है जो पिछले वर्ष की भांति 10 फीट ऊंचा है।
पुतले की खास बात यह है कि वह अपनी क्रोध रूपी लाल आंख को दिखाते हुए भगवान श्रीराम को युद्ध के लिए ललकारेगा। साथ ही अट्टहास करेगा, अपना सिर दोनों तरफ घुमाएगा और तलवार लहराएगा, फिर देखते ही देखते रावण के 10 सिर चारों ओर घूमने लगेगा। इतना ही नहीं रावण दहाड़ लगाएगा और मुंह से तेज धुआं भी उगलेगा। इस हाईटेक रावण को देखने के लिए आज देर शाम हजारों की संख्या मंे लोग लाल मैदान पहुंचेंगे।
छत्तीसगढ़ बिजली उत्पादन कंपनी के कोरबा पश्चिम परियोजना के लाल मैदान में रावण के पुतले को तैयार करने में लगे कंपनी के कर्मचारी राम इकबाल सिंह ने बताया कि इतना बड़ा पुतला सभी लोग मिलजुल कर तैयार करते हैं। इसमें खर्च बहुत ही कम होता है। क्योंकि अधिकांश स्क्रैप कंपनी का होता है और इसे तैयार करने वाले लोग भी कंपनी के लोग ही होते हैं। राम इकबाल सिंह ने बताया कि इसको बनाने के लिए हाईटेक तकनीक का इस्तेमाल किया गया हैं। इसकी ऊंचाई 110 फीट है। उन्होंने बताया कि यह 39वां वर्ष होगा जब यहां रावण बनाने के साथ उसका दहन परंपरागत विधि-विधान से किया जाएगा। अविभाजित मध्य प्रदेश के समय से रावण का पुतला बनाया जा रहा है।