Home » महात्मा ज्योतिबा फूले प्रतिभावान छात्रों का किया गया सम्मान
कोरबा

महात्मा ज्योतिबा फूले प्रतिभावान छात्रों का किया गया सम्मान

भोयरा मरार समाज के द्वारा किया गया आयोजन
कोरबा-हरदीबाजार
. कोरबा-हरदीबाजार. भोयरा मरार समाज के द्वारा ग्राम रेकी के दशहरा मैदान में प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमें कोरबा जिला के चारों राज क्षेत्र के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं का प्रशस्ति पत्र, शील्ड देकर सम्मानित किया गया।
भोयरा मरार समाज के 70 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में सर्वप्रथम मां शाकम्भरी देवी छायाचित्रों के समक्ष दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया गया।
समाज के द्वारा स्तुति मां शाकम्भरी आरती स्वागत गीत गाया गया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अरूण साव जी सांसद बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र प्रदेश अध्यक्ष भाजपा छग, कार्यक्रम की अध्यक्षता आत्मानारायण पटेल प्रदेशाध्यक्ष भोयरा मरार समाज, विशिष्ट अतिथि बीआर पटेल सरंक्षक, भोयरा मरार समाज, पतिराम पटेल, प्रदेश सचिव, तिकेश्वरी पटेल प्रदेश अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ भोयरा मरार समाज, जिला अध्यक्ष रामफल पटेल, उपाध्यक्ष सुरीतराम पटेल, जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद पटेल, नगरपालिका उपाध्यक्ष बजरंग पटेल, घनश्याम पटेल, युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष दिलीप पटेल, सरातू पटेल अध्यक्ष मरार समाज कोरबा परिक्षेत्र, लक्ष्मणलाल पटेल सरंक्षक, अशोक पटेल जिला कोषाध्यक्ष, सुदामा पटेल, अश्विनी पटेल सचिव मरार समाज कोरबा परिक्षेत्र, सुदामा पटेल, रामकुमार पटेल सहित अन्य उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि अरूण साव जी ने कहा कि कोरबा जिला क्षेत्र के 10 वीं और 12 वीं कक्षा के 70 प्रतिशत से अधिक अंक अर्जित करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने के साथ ही आगे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने और बेहतर जीवन में योगदान देने की शुभकामनाएं दी। महात्मा ज्योतिभा फूले ने स्कूल की स् थापना शिक्षा के क्षेत्र में औपचारिक रूप से कुछ करने के उद्देश्य से किया था। इन्होंने सन 1848 ई. में एक स्कूल खोला । स्त्री शिक्षा और उनकी दशा सुधारने के क्षेत्र में यह पहला कदम था। परन्तु इसके बाद एक और समस्या आयी कि लड़कियों को पढ़ाने के लिए कोई शिक्षिका नहीं मिली। तब इन्होंने दिन रात एक करके स्वयं यह कार्य किया और पत्नी सावित्री बाई फूले को इस काबिल बनाया ।
इस अवसर पर उपस्थित अन्य वक्ताओं ने कहा कि होनहार छात्रों को अपने लक्ष्य को पाने के लिए शिक्षा के बगैर जिन्दगी वीरान है और बच्चों को विद्यार्थी जीवन में शिक्षा के प्रति समर्पण भाव से अध्ययन करना चाहिए क्योंकि अभी की गई मेहनत में छात्रों का आगे का भविष्य बेहतर होगा। वहीं बुराईयों से दूर रहने की भी अपील की गई। कार्यक्रम में पूर्व विधायक रामदयाल उईके, पूर्व विधायक लखनलाल देवांगन, ज्योतिनंद दुबे, सीमा पटेल, लता पटेल, अनिला पटेल एवं चारों राज्य के अध्यक्ष उपाध्यक्ष तथा सामाजिकजन उपस्थित थे।