कोरबा। एचटीपीपी कोरबा पश्चिम स्थित डेम से राखड़ मिश्रित पानी बहाया जा रहा था। कोरबा टूडे में पर्यावरण व मानव जीवन से खिलवाड़ : डेम से भारी मात्रा में बहा दिया राखड़युक्त पानी, जीवनदायिनी अहिरन का पानी दूषित शीर्षक से 28 जनवरी 2023 को प्रमुखता के साथ डेम से भारी मात्रा में बहा दिया राखड़युक्त पानी, जीवनदायिनी अहिरन का पानी दूषित शीर्षक से 28 जनवरी 2023 को प्रमुखता के साथ वायरल किया गया था। खबर वायरल होने के बाद प्रबंधन हरकत में आया। अहिरन नदी में समाहित राखड़युक्त पानी को तत्काल बंद कराया गया।
हसदेव ताप विद्युत संयंत्र कोरबा पश्चिम के डंगनियाखार स्थित राखड़ डेम से राखड़युक्त पानी अहिरन नदी में बहाया जा रहा था। बताया जा रहा है कि पिछले 15 दिनों से राखड़युक्त पानी नदी में बह रहा था। डेम की देखरेख के लिए बाकायद कर्मचारियों की भी नियुक्तिम की गई है। भूविस्थापितों को भी कार्य में नियोजित किया गया है। भूविस्थापित कामबंद हड़ताल पर हैं। ऐसे में प्रबंधन के अधिकारी व कर्मचारियों को देखरेख की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अधिकारियों की अनदेखी की वजह से राखड़ युक्त पानी नदी में बहा दिया गया। अहिरन नदी का पानी दूषित होने लगा। नदी किनारे बसने वाले ग्रामीण व जानवर अहिरन के पानी पर निर्भर हैं। इसके बावजूद भारी मात्रा में राखड़ बहा दिया गया। खास बात यह है कि ़संबंधित विभाग के अधिकारी को राखड़युक्त पानी और स्वच्छ पानी में फर्क नजर नहीं आ रहा है। अधिकारी ने नदी में बहने वाले राखड़ मिश्रित पानी को भी फिल्टर पानी बताया। ऐसे में अधिकारी पर गाना तुम दिन को अगर रात कहो रात कहेंगे, फिट बैठता है। यहां यह बताना जरूरी होगा कि इस संबंध में जानकारी लेने के लिए विभाग के अधिकारियों को कॉल किया गया, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुआ। जिम्मेदार अधिकारी कॉल रिसीव कर समस्या का तत्काल समाधान करते हैं। भ्रष्टाचार में डूबे अधिकारियों को कॉल करते रहो, लेकिन उनका कॉल रिसीव नहीं होगा। वह मैसेज देकर ब