कोरबा। ऊर्जाधानी में रक्षाबंधन का त्यौहार बुधवार को हर्षाेल्लास से मनाया गया। भद्रा के कारण यह पर्व पहले दिन कुछ घण्टे के लिए शुभ रहा। इसके कारण दूसरे दिन भी अधिकांश लोग त्यौहार मना रहे हैं। रेशमी धागों में लिपटा बहनों का स्नेह न सिर्फ भाईयों की कलाई पर सजा, बल्कि इंसानी जज्बातों का यह धागा बेजुबान, लेकिन काफी तेजतर्रार, पुलिस के खोजी डॉग बाघा की कलाई पर भी बांधा गया। बाघा को कुशल मार्गदर्शन देने और पूर्ण देखभाल करने वाले ट्रेनर सुनील गुप्ता को भी रक्षासूत्र बांधा गया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की मनीषा सोनी, रिया सोनी, ऋचा गुप्ता, प्राची शर्मा, नैना साहू, निशु पटेल, स्नेहा पटेल ने जिला पुलिस लाइन (रक्षित केंद्र) पहुंचकर बाघा को राखी बांधी। इसके पहले उसे तिलक भी लगाया। बाघा ने इन्हें उपहार में चॉकलेट्स भेंट किया। इन्होंने बताया कि हम लोग 4 वर्ष से बाघा को राखी बांध रहे हैं। इसका कारण यह है कि एक जानवर होकर भी बाघा ने कोरबा ज़िले में अनेक ऐसे अपराधों को सुलझाने में मदद की है, जिसका कोई अनुमान नहीं लगा सकते और एक कर्मठ सिपाही के रूप में हमारे ज़िले में मौजूद है। बाघा के कारण हम बहनों में एक उत्साह एवं गौरव है और हमारी मदद के लिए वह हमेशा मौजूद रहे, ऐसी कामना व आशीर्वाद भी है। बाघा ने न सिर्फ कोरबा जिला बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ में अपनी एक अलग पहचान बनाई है, जिससे हम सभी बहुत प्रभावित होते हैं। इन्होंने कहा कि इंसानों के साथ-साथ हम प्रकृति और बेजुबानों में भी वही स्नेह और खुशियां बांटें तो समाज में एक अच्छा सन्देश जाएगा। इस दौरान अभाविप के मोन्टी पटेल व अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।