कोरबा जानकारी के अनुसार कोरबा जिले के वनमंडल कटघोरा व कोरबा क्षेत्र में हाथियों का विचरण अनवरत जारी हैं जिससे यहाँ के स्थानीय ग्रामीणो में दहशत व्याप्त हैं। यहां के पसान व केंदई रेंज में कुल 63 की संख्या में हाथी विचरण कर रहें है। जिनमें से 59 हाथी पनगंवा व जलके क्षेत्र में सक्रिय हैं, जबकि दो लोनर हाथी रेंज के बनिया व तनेरा गांव के आसपास विचरणरत हैं। वही केंदई रेंज के साल्ही पहाड़ तथा उच्चलैंगा में दो लोनर हाथियो का दल अलग से विचरण कर रहा हैं। लोनर हाथियो के चार स्थानों पर सक्रिय होने से क्षेत्र में खतरा बढ़ गया है।
बढ़ते खतरे को देख वन विभाग विशेष सतर्कता बरत रहा है। विभाग की ओर इन हाथियो की विशेष निगरानी की जा रही है, क्योकि बताया जा रहा हैं की लोनर हाथियो के दल से अलग होकर विचरण करने से खतरा बढ़ जाता है। दल में रहने से लोनर हाथी का स्वभाव शांत रहता है, जबकि अलग होने पर वे आक्रामक हो जाते है केंदई रेंज के साल्ही पहाड़ में मौजूद लोनर हाथी ने रात्रि पहर में पहाड़ से नीचे उतर कर उत्पात मचाते हुए 9 ग्रामीणों के धान फसल को रौंद दिया वहीं पनगंवा व जलके में मौजूद हाथियो के दल ने भी आधा दर्जन किसानों की फसल को तहस-नहस किया है। इधर कोरबा वन मंडल के कुदमुरा रेंज अंतर्गत ग्राम गुरमा में मौजूद 37 हाथियो का दल रात्रि में बेकाबू हो गया, और गुरमा, चिरा व धनपुरी गांव में पहुंचकर 15 किसानो की फसल को उत्पात मचाते हुए मटियामेट कर दिया। इन गांव में हाथियों द्वारा उत्पात मचाए जाने से ग्रामीणों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी/कर्मचारी सुबह प्रभावित गांव पहुंचकर हाथियो द्वारा रात्रि समय में किए गए हाथियों द्वारा नुकसानी का आंकलन करने के साथ रिपोर्ट तैयार की।