कोरबा। जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के संबंध में कलेक्टर अजीत वसंत एवं पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में राजस्व एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। उन्होंने जिले में कानून व्यवस्था एवं सामाजिक सौहार्द बनाए रखने के लिए सभी अधिकारियों को सजगता एवं सतर्कता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। साथ ही लोक शांति भंग करने वाली सभी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी बनाए रखने हेतु निर्देशित किया।
कलेक्टर श्री वसंत ने अधिकारियों को सामाजिक व क्षेत्रीय समस्याओं के निराकरण के लिए सकारात्मक कार्यप्रणाली अपनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रशासन को जनता के पक्ष में खरा दिखाने हेतु शासन के मंशानुसार अपने कानूनी अधिकारों का उपयोग करें। किसी भी समस्या के शुरूआत में ही जड़ तक पहुँचकर विवाद को समझकर सुलझाएं। जिससे आगे चलकर इनसे किसी प्रकार की लोक शांति भंग होने की स्थिति निर्मित ना हो।
उन्होंने कहा कि एसडीएम के पूर्व अनुमति के बिना जिले में किसी प्रकार की धार्मिक व जातिगत सभा सम्मेलन आयोजित नहीं होनी चाहिए। साथ ही एसडीएम को अनुमति प्रदान करने से पूर्व उच्च अधिकारियों से परामर्श व पुलिस विभाग से अभिमत लेने की बात कही। कलेक्टर ने जिले में आने वाले नगरीय निकाय एवं पंचायत चुनाव के ध्यान में रखते हुए ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के सामाजिक समस्या को चिन्हांकित कर शासन के नियमानुसार निराकरण करने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने अनुविभागवार लॉ एंड ऑर्डर की समस्याओं की जानकारी लेते हुए अधिकारियों को लॉ एंड आर्डर की समस्या निर्मित्त करने वाले विवादों के कारणों का पता कर समस्याओं का तत्परता से निराकरण के निर्देश दिए।
उन्होंने संवेदनशील मामलों में कड़ी नजर रखकर त्वरित कार्यवाही करने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया। कलेक्टर ने माइंस क्षेत्रो में अनावश्यक मुद्दों व व्यक्तिगत लाभ को लेकर खदान बंद कराने वालों पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में अवैध शराब विक्रय, अवैध कबाड़ व्यवसाय, बिना अनुमति के खनिज उत्खनन, राखड़ के अनियमित परिवहन व अवैध डंपिंग सहित किसी भी तरह की असामाजिक एवं अवैध गतिवधियों पर रोक लगाने के लिए तत्काल कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री तिवारी ने कहा कि सभी अधिकारी आगामी स्थानीय निर्वाचन को ध्यान में रखकर समस्याओं को निराकृत करें। उन्होंने कहा कि आम जनता का प्रशासन के प्रति भरोसा बनाए रखने हेतु अधिकारी संवेदनशीलता से कार्य करें। घटना की सूचना मिलते ही त्वरित कार्यवाही कर आमजनों को राहत पहुचाएं। एसपी ने कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाली असामाजिक एक्टिविटी पर विशेष ध्यान देने एवं इस प्रकार की गतिविधियों में संलिप्त रहने वाले व्यक्तियों का भी पहचान कर जानकारी एकत्र करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि प्रशासन की अनुमति के बाद ही किसी भी प्रकार की सार्वजनिक प्रायोजन आयोजित हो। उन्होंने सभी थानों में लावारिस वाहनों की नीलामी की कार्यवाही भी शीघ्रता से पूरा करने के निर्देश दिए।
इस दौरान बैठक में उपस्थित अधिकारियों को प्राकतिक आपदा से हुए मृत्यु के पीड़ितों को आरबीसी 6-4 के तहत दी जाने वाली राहत राशि के प्रकरणों के शीघ्रता से निराकरण हेतु तैयार की गई पोर्टल की भी जानकारी दी गई एवं हिट एंड रन के मामले में अज्ञात वाहन से होने वाले मृत्यु के आवेदनों के निराकरण हेतु मोटरयान दुर्घटना पीड़ित प्रतिकर स्कीम 2022 के प्रावधान के सम्बन्ध में भी विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। इस अवसर पर निगमायुक्त श्री आशुतोष पाण्डेय, अपर कलेक्टर श्री अनुपम तिवारी, एडिशनल एसपी यू बी एस चौहान, श्रीमती नेहा वर्मा संयुक्त कलेक्टर मनोज बंजारे सहित राजस्व एवं पुलिस विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।