कोरबा। बाड़ी की तरफ शौच के लिए जाने से मना करने पर नाराज दो ग्रामीणों ने मिलकर चम्पा बाई को इस कदर पीटा कि इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। न्यायालय में विचाराधीन प्रकरण में दोषी पाए जाने पर दोनों हत्यारे को सश्रम आजीवन कारावास की सजा से दंडित किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थी राजाराम राठिया निवासी सुईआरा थाना करतला कोरबा का रहने वाला है, ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि घटना दिनांक 21.06.2019 के रात्रि करीब 8 बजे अपने घर में था, तभी उसकी बेटी चम्पा बाई के घर से लड़ाई-झगड़ा का आवाज आने पर वह तथा उसका बेटा लीलाम्बर सिंह राठिया, नाती प्रदीप कुमार राठिया के साथ जाकर देखे। इस दौरान पाया कि पंचराम राठिया व हेम सिंह राठिया गाली-गलौज कर कह रहे थे कि बाड़ी में दिशा मैदान जाने के लिये मना कर रही है, आज उसे जान से मार देगा, कहते हुए चम्पा बाई को डण्डा से पंचराम राठिया व हाथ मुक्का से हेम सिंह राठिया मारपीट कर रहे थे। यह देखकर प्रार्थी तथा उसका लड़का लीलाम्बर व नाती प्रदीप कुमार बीच-बचाव कर छुड़ाया। मारपीट से उसकी लड़की चम्पा बाई के दाहिने हाथ के कलाई एवं हाथ, पैर, पीठ व अन्य जगह चोट लगी थी।
प्रार्थी राजाराम राठिया की सूचना पर थाना करतला द्वारा अपराध क्रमांक 64/2019 धारा 294, 323, 506,34 भादवि का जुर्म दर्ज कर प्रकरण विवेचना में लिया गया । ईलाज के दौरान चम्पा बाई की मृत्यु होने से प्रकरण में धारा 302 जोड़ा गया और आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजे गए।
विचाराधीन इस प्रकरण में न्यायालय तृतीय अपर सत्र न्यायाधीश, कोरबा (पीठासीन न्यायाधीश) अश्वनी कुमार चतुर्वेदी ने प्रकरण के तथ्य एवं संपूर्ण परिस्थिति को दृष्टिगत रखते हुए अभियुक्तगण पंचराम राठिया पिता स्व.बंधन सिंह राठिया 48 वर्ष व हेम सिंह राठिया पिता काशीराम राठिया 32 वर्ष, दोनों निवासी- सुईआरा थाना करतला को धारा 302 के अपराध में आजीवन सश्रम कारावास एवं 500-500/- रुपये के अर्थदण्ड से दंडित किया है। अर्थदण्ड के व्यतिक्रम में अभियुक्तगण को 02-02 माह का अतिरिक्त सश्रम कारावास भुगताया जावेगा। मामले में राज्य की ओर से अतिरिक्त लोक अभियोजक कृष्ण कुमार द्विवेदी ने मजबूत पक्ष रखा।