कोरबा। छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने पुरानी पेंशन के लिए संविलियन हुए शिक्षक एलबी संवर्ग के लिए पेंशन निर्धारण सेवा की गणना को स्पष्ट करने के पश्चात विकल्प पत्र प्रस्तुत करने के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि 1.60 लाख एलबी संवर्ग के शिक्षक के बीच पेंशन संबंधी वित्त विभाग के आदेश को लेकर भ्रम फैला है, जिसके स्पष्ट होने के बाद ही शिक्षक संवर्ग विकल्प पत्र देने की स्थिति में होंगे।
कोरबा जिला अध्यक्ष वेदव्रत शर्मा, जिला सचिव चंद्रिका प्रसाद पाण्डेय ने कहा है कि छत्तीसगढ़ शासन वित्त विभाग से 20 जनवरी 2023 को जारी पत्र में एनपीएस व ओपीएस किसी एक का चयन करने का विकल्प दिया गया है। छत्तीसगढ़ में 1 नवंबर 2004 से पुरानी पेंशन बहाली का उल्लेख है। राज्य में कार्यरत एलबी संवर्ग के शिक्षक 1998 व 2005 के बाद से निरंतर परिवीक्षा अवधि पूर्ण कर नियमित सेवारत हैं। संविलियन हुए एलबी संवर्ग के शिक्षकों को पेंशन योग्य स्थापना में मानते हुए एनपीएस कटौती अप्रैल 2012 से किया जा रहा है, जबकि शिक्षा कर्मी (शिक्षक पंचायत संवर्ग) पेंशन भोगी पदों के रिक्त पद के विरुद्ध नियुक्त हुए हैं। उन्हें प्रथम नियुक्ति से संविलियन के पूर्व सेवा तिथि से पेंशन की पात्रता का स्पष्ट आदेश जारी किया जावे।
जिला अध्यक्ष वेदव्रत शर्मा ने बताया है कि सेवा की गणना (पेंशन की पात्रता) को स्पष्ट किया जाए इस संबंध में जल्द ही समस्त संगठन प्रमुखों की बैठक होने जा रही है, ताकि एलबी संवर्ग के शिक्षक पूर्णत: सोच समझकर ही विकल्प पत्र प्रस्तुत करें। शासन से पुन: स्पष्ट पत्र जारी करने के बाद पर्याप्त समय दिया जाए।
