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कोरबा

रिहायशी क्षेत्रों में हो रहा पेट्रोल पंप का संचालन, जिला प्रशासन को ध्यान देने की आवश्यकता

0 सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं, बड़ी दुर्घटना की संभावना

कोरबा। कोरबा जिले के शहरी क्षेत्र में अधिकांश पेट्रोल पंप का संचालन लंबे समय से रिहायशी क्षेत्र में किया जा रहा है। ऐसे में कभी भी बड़ी अनहोनी से इंकार नहीं किया जा सकता। संचालकों ने रिहायशी क्षेत्र में पेट्रोल पंप संचालन की अनुमति तो ले ली, लेकिन दुर्घटना में सतर्कता का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। नियमतः पेट्रोल पंप का संचालन खुले स्थान पर किया जाना चाहिए, ताकि पंप की टंकी में पेट्रोल को सुरक्षित ढंग से रखा जा सके और वाहन चालकों को भी सहजता से पेट्रोल भरवाने की सुविधा मिल सके।

पेट्रोल अत्यधिक ज्वलनशील पदार्थ है। एक छोटी सी चिंगारी भी बड़ा रूप धारण कर लेती है। इसके बावजूद जिले के शहरी क्षेत्रों में घनी आबादी के बीच पेट्रोल पंप का संचालन किया जा रहा है। ऐसे में कभी भी किसी बड़ी घटना से इंकार नहीं किया जा सकता। हाल ही में निहारिका स्थित कुमार पेट्रोल पंप में एक बाइक में आग लगने की घटना हो चुकी है। बाइक सवार किक मार रहा था। बाइक से निकली चिंगारी बाइक में डाले गए पेट्रोल के संपर्क में आ गई और आग भड़क उठी। पंप के एक कर्मचारी ने अग्निशमन यंत्र से आग पर काबू पा लिया। डेमो के तौर पर अंदाजा लगाया जाए कि अगर किसी रिहायशी क्षेत्र के पेट्रोल पंप में अगर अचानक आग लग जाए, तो उक्त स्थल का माहौल कैसा होगा। कुछ एक पेट्रोल पंप तो ऐसे हैं, जहां कर्मचारियों को मिलाकर 50 से सौ या फिर उससे अधिक लोग रहते हैं। पेट्रोल की टंकी में आग लगने पर भीषण रूप धारण कर लेगी। चारों तरफ अफरा तफरी मच जाएगी। दो पेट्रोल पंप दर्री रोड स्थित पुल के समीप ही संचालित हो रहे हैं। इस रिहायशी क्षेत्र के आसपास सैकड़ों लोग निवास करते हैं। कुछ जानकार लोगों ने पेट्रोल पंप के लिए आउटर में जमीन खरीदी और पेट्रोल पंप खोल रखा है। इन पेट्रोल पंप संचालकों ने दुर्घटना की आशंका को देखते हुए उचित निर्णय लिया है। शहर के भीतर पेट्रोल पंप का संचालन करना एक प्रकार से ऐसा है कि बारूद के ढेर पर बैठकर सैकड़ों लोगों की मौत को आमंत्रित करना। जिला प्रशासन को इस ओर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि आगामी समय पर बड़ी अनहोनी को टाला जा सके।

पेट्रोल पंप का नहीं डिवाईडर का हो रहा विरोध

सोशल मिडिया पर एक खबर पेट्रोल पंप संचालक को लेकर सामने आ रही है। विडियो में दिखाई दे रहा है कि कुछ लोग नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल का विरोध कर रहे है। उनका कहना है कि पेट्रोल पंप के सामने डिवाईडर को पेट्रोल पंप संचालक ने निगम अधिकारियों से सांठगांठ कर तुड़वा दिया है, ताकि वाहन चालक यहां से मुड़कर पेट्रोल डलवा सकें। विरोध करने वालों का कहना है कि डिवाईडर को तोड़ने के बाद दुर्घटना हो सकती है। सोशल मिडिया पर डिवाईडर का विरोध जमकर किया जा रहा है, जबकि विरोध पेट्रोल पंप का होना चाहिए, जोकि रिहायशी क्षेत्र में संचालित हो रहा है। पेट्रोल पंप के आसपास कई प्रतिष्ठान संचालित हो रहे हैं। ऐसे में बड़ी घटना होने पर आसपास के प्रतिष्ठानों व रहने वाले लोगों को बड़ा नुकसान हो सकता। आम लोगों की मौत की कीमत नहीं, सहानुभूति जता सकते हैं, मुआवजा दे सकते हैं, लेकिन जो जान एक बार चली जाती है, वह वापस नहीं आती। बस परिजनों को बिलखना पड़ता है।